• September 27, 2020

राष्ट्रीय पोषण माह — नेहरू युवा केंद्रों द्वारा पोषण संबंधी गतिविधियाँ आयोजित

राष्ट्रीय पोषण माह — नेहरू युवा केंद्रों द्वारा  पोषण संबंधी गतिविधियाँ आयोजित

नई दिल्ली ———पोषण अभियान (समग्र पोषण के लिए प्रधानमंत्री की व्यापक योजना) के तहत प्रत्येक वर्ष के सितंबर महीने को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस योजना को 2018 में शुरू किया गया था। युवा मामले और खेल मंत्रालय ने 1 सितंबर 2020 से शुरू होने वाले पोषण माह के दौरान कई गतिविधियां शुरू की हैं। पोषण माह का उद्देश्य पोषण संकेतकों में सुधार के लिए देश भर में सामूहिक स्तर पर जुटना है।

युवा मामले विभाग का नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) पिछले दो वर्षों से सितंबर महीने को देश भर में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मना रहा है। इस दौरान हर घर पोषण त्यौहार के संदेश को आगे बढ़ाया जाएगा। राष्ट्रीय पोषण माह के क्रियान्वयन के एक हिस्से के रूप में जिला नेहरू युवा केंद्रों ने राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवकों (एनवाईवी), यूथ क्लबों के सदस्यों, कोविड ​​स्वयं सेवकों, गंगा दूतों और अन्य स्वयं सेवकों को जिला प्रशासन, आंगनवाड़ी, आशा वर्करों के सहयोग से ग्रामीणों को विभिन्न मुद्दों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। इनमें कुपोषण से मुक्ति, स्तनपान का महत्व और किचन गार्डन का प्रचार शामिल है।

युवा मामले और खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि, नेहरू युवा केंद्र संगठन दुनिया के सबसे बड़े युवा संगठनों में से एक है। युवा स्वयं सेवक लगातार राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता, पर्यावरण, सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता, महिला सशक्तिकरण और नागरिक शिक्षा आदि में संलग्न हैं। उन्होंने कहा कि, हम हर घर पोषण त्यौहार के संदेश को आगे ले जाने के लिए सितंबर के महीने में पोषण माह मना रहे हैं।

पोषण माह के दौरान अब तक कुल 1,04,421 गतिविधियां आयोजित की गई हैं, जिसमें 51,02,912 युवाओं और ग्रामीणों ने हिस्सा लिया। इस दौरान विभिन्न संसाधन संपन्न व्यक्तियों के सहयोग से 1,125 वेबिनार आयोजित किए गए जिनमें पोषण विशेषज्ञों के साथ कई मुद्दों पर चर्चा हुई। ख़ास तौर पर महामारी के दौरान और महामारी के बाद बच्चों में कुपोषण की रोकथाम तथा गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के विषयों पर बातचीत हुई। सर्वोत्तम कार्यक्रम और सफलता की कहानियां भी साझा की गईं।

पोषण (नूट्रिशन) के मुख्य मुद्दों पर युवाओं और ग्रामीणों को जागरूक किया गया। डिजिटल बैनर सहित विभिन्न प्रचार सामग्रियों के माध्यम से 74,213 गांवों में पोषण के मुख्य मुद्दों पर प्रकाश डाला गया।

सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए, प्रतिष्ठित नागरिकों के साथ 1,862 बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें 36,274 युवाओं ने मुख्य भूमिका निभाई। 25,164 शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किए गए, लगभग 6,54,320 युवाओं ने पोषण के लिए शपथ ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से पोषण माह पर संदेश प्रसारित किए गए, जिनसे 38.00 लाख युवाओं और ग्रामीणों को लाभ मिला।

29,057 रैलियां, दौड़, पैदल यात्रा, साइकिल यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, लघु फिल्म शो, प्रदर्शनियां, प्रतियोगिताएं (प्रश्नोत्तरी, चित्रकला, पोस्टर बनाना, निबंध और नारा लेखन, दीवार लेखन, भाषण प्रतियोगिता, आदि) का भी आयोजन किया गया।

जिला नेहरू युवा केंद्रों ने सुनिश्चित किया कि पोषण माह की गतिविधियों को अंजाम देते समय, युवाओं को फेस मास्क पहनना चाहिए, अपने हाथों को नियमित अंतराल पर धोना चाहिए, स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए और सामाजिक दूरियों के रखरखाव के साथ-साथ सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा उचित सलाह और दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा, स्थानीय सूचनाओं के अनुसार गतिविधियों के संचालन की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी जा सकती है।

पोषण माह 2020 को मनाने के लिए निम्नलिखित गतिविधियों की पहचान की गई है:

•किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए वृक्षारोपण अभियान के साथ-साथ गंभीर तीव्र कुपोषण (एसएएम) से ग्रसित बच्चों की पहचान और खोज

•डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से गंभीर रूप से कुपोषित और तीव्र कुपोषण से ग्रसित बच्चों की समुदाय आधारित दृश्य या प्रारंभिक पहचान पर केंद्रित संवेदीकरण के लिए एनवाईकेएस जैसे उत्कृष्ट युवा स्वयंसेवक समूह।

•एफएसएसएआई के साथ अभिसरण में ‘फिट इंडिया’ अभियान और भोजन की गुणवत्ता के साथ सह-ब्रांडिंग में डिजिटल संवेदीकरण।

Related post

सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया में असद शासन के पतन ने इस संकटग्रस्त देश के लिए एक नया अध्याय खोल…
गठबंधन में अलग थलग होती कांग्रेस

गठबंधन में अलग थलग होती कांग्रेस

सुरेश हिंदुस्तानी—-वर्तमान समेत में भारत की राजनीति निश्चित ही अनिश्चितता का एक ऐसा खेल है, जिसका…
गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

कमलेश–(अजमेर)—दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान में आयोजित हुए तीन दिवसीय ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट…

Leave a Reply