- April 6, 2016
राष्टीय बागवानी मिशन योजना : श्रीमती फूलबासन यादव नई मिशाल
राष्टीय बागवानी मिशन योजना प्रदेश के कृषकों को परंपरागत कृषि के अलावा एक अन्य विकल्प प्रदान कर रही है। अब प्रदेश के कृषक धान की खेती के अलावा साग-सब्जी का भी उत्पादन कर रहें हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। इनमें से ही एक कृषक श्रीमती फूलबासन यादव ने साग-सब्जी का अच्छा उत्पादन कर नई मिशाल कायम की है।
कुछ समय पहले जिला कोंडागांव के विकासखंड केसकाल की ग्राम देवतरा के निवासी श्रीमती फूलबासन यादव पंरपरागत कृषि पर ही निर्भर थी। वह साल में एक फसल ही ले पाती थी। उससे सिर्फ घर में खाने के लिए ही फसल का उत्पादन हो पाता था। घर के अन्य खर्चे के लिए उसे बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। तभी उद्यानिकी विभाग ने राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत सब्जी उत्पादन की जानकारी दी।
विभाग से उन्हें बीज प्रदाय किया गया। श्रीमती फूलबासन ने 0.400 हेक्टेयर में करेले की खेती की। विभाग की योजना के तहत मिली सहायता से ड्रीप पध्दति से सिंचाई की। निरंतर मेहनत और तकनीकी मार्गदर्शन के फलस्वरूप इतने ही भूमि में 125 क्विंटल करेले का उत्पादन हुआ। उत्पादित करेले से अच्छी आमदनी हुई। जिनसे उन्हें एक सीजन में ही एक लाख रूपए से अधिक का लाभ हुआ।
आय अच्छी होने से परिवार के भरण-पोषण में सहूलियत होने लगी। उनके घर में खुशहाली छा गई। अपनी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के वह साथ ही बचत भी कर रही हैै। श्रीमती फूलबासन कहती है कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना ने उनकी जीवन की दिशा ही बदल दी है और उनके जीवन स्तर में बदलाव आ गया है। उन्हें इतनी आमदनी की बिलकुल अपेक्षा नहीं थी। अब तो मै दूसरे कृषकों को भी सब्जी उत्पादन के लिए प्रेरित कर रही हुं।