- March 19, 2015
राज्य सरकार किसानों की मदद के लिए पूरी तरह से कृत संकल्पित हैं -सहकारिता राज्यमंत्री
जयपुर – सीकर जिले के प्रभारी मंत्री एवं सहकारिता राज्यमंत्री श्री अजय सिंह किलक ने काश्तकारों से कहा है कि प्राकृतिक आपदा एवं बे मौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से रबी की खड़ी फसलों के हुए नुकसान के प्रति सरकार पूर्णतया संवेदनशील हैं। राम रूठा है लेकिन राज उनके साथ हैं। फसल खराबे की गिरदावरी के बाद प्रावधानों के अनुसार पूरा मुआवजा किसानों को दिया जाकर उन्हें राहत प्रदान की जाएगी।
सहकारिता राज्यमंत्री बुधवार को सीकर जिले की खण्डेला पंचायत समिति क्षेत्र के ठिकरिया, काजला की ढाणी, धोद क्षेत्र के बिडोली, दांतारामगढ क्षेत्र के जीणवास, गोठड़ा, शेषम, मलिकपुर, गांवों में गत दिनों हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे का अवलोकन करने के बाद किसानों को मुआवजे को लेकर सरकार की गंभीरता के बारे में अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान को गंभीरता से लेेते हुए सभी प्रभारी मंत्रियों को जिलों में भेजकर नुकसान का सही आकलन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पटवारियों से गिरदावरी रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद गिरदावरी के समय खेत को ईकाई मानकर फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जाए ताकि किसान को उसकी फसल के नुकसान का उचित मुआवजा मिल सकें। उन्होंने कहा कि संबंधित उपखण्ड अधिकारी द्वारा गिरदावरी का कार्य वहां से सरपंच, प्रभावित किसान, पटवारी एवं जनप्रतिनिधियों को अवगत करवा कर किया जाए, ताकि किसी को भी भेदभाव की शिकायत करने का अवसर नहीं मिल सकें।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन किसानों ने फसलों का बीमा करवा रखा हैं, उन किसानों की फसलों का आकलन सही तरीके से करवाया जाए, ताकि बीमा कम्पनियों द्वारा किसानों के नुकसान का सही मुआवजा मिल सके। उन्होंने कहा कि गिरदावरी करते समय विभाग के तहसीलदार, पटवारी, गिरदावर के साथ कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ सहकारिता विभाग के कार्मिक भी साथ रहेंगे। उन्होंने ओलावृष्टि से प्रभावित गेहॅू, चना, प्याज, मैथी, ईसबगोल की फसलों के नुकसान का प्रभावित गांवों में सघन दौरा कर जायजा लिया।
उन्होंने कहा कि कोई भी पात्र किसान गिरदावरी से नहीं छूटे इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएं। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि गिरदावरी एवं आंकलन के कार्य में किसी तरह की परेशानी हो तो वे सीधे उपखण्ड अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को भी दूरभाष के माध्यम से बता सकते है। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को आने वाली गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए पेयजल की समुचित व्यवस्था की तैयारी अभी से करने की हिदायत दी ताकि लोगों को कोई असुविधा नहीं हो। उन्होंने गौशालाओं के पास हैण्डपम्प लगाने के निर्देश दिए ताकि गायों को तो पेयजल मिलेगा ही पास में जीएलआर टंकी बनाकर ग्रामीणजन को भी पीने का पानी सुलभ हो सकेगा। उन्होंने सहकारी समितियों में खाद्य बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर श्री एल.एन.सोनी ने आश्वस्त किया है कि सरकार के निर्देशानुसार ही जिले में ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान का सही आंकलन करवाया जाएगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों में की जा रही गिरदावरी में पूर्ण सहयोग करें ताकि किसानों को हुए नुकसान का अधिकाधिक लाभ मिल सके।
प्रभारी मंत्री के दौरे में श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा, खण्डेला विधायक बंशीधर बाजिया, सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, उप जिला प्रमुख शोभ सिंह, खण्डेला उपखण्ड अधिकारी राजवीर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. विरेन्द्र सिंह, दांतारामगढ़ उपखण्ड अधिकारी जगदीश प्रसाद गौड़, तहसीलदार सरदार सिंह गिल, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता अनुराग प्रसाद, धोद उपखण्ड अधिकारी भागीरथ मीणा, सीकर उपखण्ड अधिकारी पुष्करराज शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चन्द शर्मा सहित सम्बन्धित अधिकारियों ने भाग लिया।
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