- April 10, 2015
राजस्थान विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में अनियमितता पर राज्यपाल ने कुलपति से मांगी तथ्यात्मक रिपोर्ट
जयपुर -राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कल्याण सिंह ने राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों का परीक्षा से पूर्व सार्वजनिक होने व संबद्घता प्राप्त निजी महाविद्यालयों के परीक्षा केन्द्रों द्वारा परीक्षा संचालन में बरती जा रही अनियमितताओं को गंभीरता से लिया है।
राज्यपाल श्री सिंह ने ऐसी घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कुलपति द्वारा परीक्षा केन्द्रों को निरस्त करने की कार्यवाही को नाकाफी मानते हुए कुलपति को पुलिस में आपराधिक धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराने के निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल ने गत दिनों में हुए परीक्षाओं की अनियमितताओं के बारे में मीडिया में आ रहे समाचारों के आधार पर कुलपति से आज तुरन्त तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी। कुलाधिपति श्री सिंह ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में हो रही अनियमितताओं पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए कुलपति को इन घटनाओं की पुनरावर्ती को रोके जाने के सम्बन्ध में व्यवस्था सुधार को मजबूत करने, विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़े इन कार्यों की पुख्ता व्यवस्था करने और व्यवस्था को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के परीक्षा संबंधी कार्यों में अनियमितता विश्वविद्यालय व महाविद्यालय से जुड़े प्रशासन की परीक्षा कार्यों के संचालन में ढि़लाई व लापरवाही को प्रदर्शित कर रहा है। उन्होंने कुलपति को लापरवाही करने वाले कर्मियों पर तुरन्त सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल ने गत 6 अप्रेल को हुए बी काम पार्ट – प्रथम के प्रश्न पत्र का परीक्षा पूर्व सार्वजनिक होने के संबंध में दर्ज की गई एफ आई आर के अनुसंधान के संबंध में हो रही प्रगति से राज भवन को नियमित रूप से अवगत कराने के भी निर्देश दिये हैं।
राज्यपाल श्री सिंह राज्य की उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए प्रयासरत हैं। वे ऐसी घटनाओं से चिंतित हो जाते हैं। श्री सिंह चाहते हैं कि किसी भी विद्यार्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। विश्वविद्यालय का प्रशासन व शिक्षक अपने उत्तरदायित्वों का ईमानदारी से पालन करें। कुलाधिपति चाहते है कि समाज, प्रदेश व देश के भविष्य के साथ कोई नाइंसाफी ना हो।
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