- June 19, 2017
राजस्थान की लड़कियां सबसे आगे- श्रम एवं कौशल विकास मंत्री
जयपुर——————-श्रम एवं कौशल विकास मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सोच है कि हर युवा हुनरमंद बने और उसके हाथ में रोजगार हो। अजमेर में आयोजित यह बालिका कौशल विकास शिविर सरकार की सोच के अनुरूप हमारी बेटियों को सशक्त कर रहा है।
श्रम मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने आज चन्द्रवरदाई नगर स्थित ऑल सेंट स्कूल में चल रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी बालिका कौशल विकास शिविर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ऎसे युवाओं को तैयार करने पर जोर दे रहे हैं जो किसी भी क्षेत्र में पीछे ना रहें। हमारे युवा हर तरह से सक्षम हैं, बस जरूरत है उन्हें सही मार्ग दिखाने की।
उन्होंने बालिका कौशल विकास शिविर की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह की पहल और नवाचार यदि राजस्थान का प्रत्येक विधायक कर लें तो हमें बालिका सशक्तिकरण में देश की सर्वोच्च शक्ति बनते देर नहीं लगेगी। राजस्थान में बालिका सशक्तिकरण की दिशा में बहुत अच्छा काम हुआ है। शीघ्र ही हम पूरे देश में अव्वल होंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक बालिका पूरे आत्म विश्वास से अपने इच्छित क्षेत्र में आगे बढ़े। इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बालिकाएं मन लगाकर पढ़ाई करें और हर क्षेत्र में आगे बढ़े तभी इन प्रयासों की सार्थकता साबित होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कोर्स की प्रत्येक बालिका को पुरस्कार स्वरूप एक ज्ञानवर्धक हवाई यात्रा भी करवाई जाएगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढ़ाणी ने बालिकाओं से कहा कि आप अपना लक्ष्य तय करें और उसकी प्राप्ति के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाएं। सपने वो नहीं होते हैं जो नींद में आते हैं बल्कि सपने वो होते जो नींद उड़ा देते हैं। आगे बढ़ने के लिए आपको हर तरह से तैयारी कर मैदान में उतरना होगा।
कार्यक्रम में बालिकाओं को डिजिटल इण्डिया, डिजिटल पैमेंट और कैशलेस बैंकिंग के बारे में सारगर्भित जानकारी दी गई। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने बालिकाओं को जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ जो लड़ाई लड़ रही है उसमें डिजीटल इण्डिया का महत्वपूर्ण योगदान है।
उन्होंने जानकारी दी कि डिजिटल इण्डिया के तहत ई-गवर्नेंस, सूचना तकनीक का इस्तेमाल, नौकरियों में तकनीक का योगदान, भीम एप्प, ई-वॉलेट एवं डिजीटल भुगतान आदि से हम देश को कालेधन की समस्या से मुक्ति दिला सकते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के अधिकारियों ने मुद्रा योजना, बड़ी एवं अन्य डिजिटल तरीकों से बैंकिंग की जानकारी दी।
—