- December 11, 2017
राजमहल तिलक समारोह—
प्रतापगढ़ (सतीश साल्वी) — विगत दिनों पूर्व महाराजा महारावत श्री अम्बिकाप्रताप सिंह के स्वर्गवास के उपरान्त आज राजमहल परिसर में तिलक समारोह आयोजित किया गया जिसमें राजघराने की परम्परा अनुसार आज जागीरदारों एवं शरह के गणमान्य व्यक्तियों के बीच नगाड़ों की थाप में राजपण्डितों के द्वारा चल रहे मन्त्रोचार के बीच महाराजा जयसिंह सिसोदिया का धमोत्तर ठिकाने की ओर से ठाकुर बृजराजसिंह सिसोदिया ने तिलक किया।
प्रतापगढ राजघराने के समारोह में सांसद एवं महाराज कुंवर डुंगरपूर-हर्षवर्धनसिंह, महाराज कुवर-उदयपुर-लक्ष्यराजसिंह, महाराजा सिरोही-रधुवीरसिंह व महाराज कुवर देवतसिंह, जामनगर-गुजरात महाराजकुंवर-अर्जुनसिंह जड़ेजा, बड़वानी युवराज-सिद्धराजसिंह, बेलहा-उत्तरप्रदेश कंुवर संजयसिंह इत्यादि राजघरानों पारम्परिक वेशभूषा में उपस्थिति भी अपने आप में समारोह के आकर्षण का केन्द्र रही।
समारोह की अगली कडी नजर न्यौछावर कार्यक्रम राजपुत समाज के विभिन्न ठिकानों से आए जयराजसिंह-अरनोद, राजेन्द्रसिंह- कल्याणपुरा, राजकृष्णसिंह-रायपुर, विक्रमसिंह-सालमगढ़, कृष्णपालसिंह-बडीसाखथली, भानुप्रतापसिंह- धरियावद, विश्वजीतसिंह, भूपेन्द्रसिंह-जाजली व डी.डी.सिंह राणावत व अन्य समाज के उपस्थित सरदारों द्वारा की जाने के पश्चात् समाज के विभिन्न वर्गो से आए गणमान्य व्यक्तियों ने क्रम से उपस्थित होकर पदासीन महाराजा जयसिंह सिसोदिया को शुभकामनाएं दी।
आज के समारोह में नगरपरिषद कमलेश डोसी, पूर्व चेयरमेन-ओमप्रकाश ओझा, सुरेन्द्र कुमार बोरदिया, भाजपा व कांगे्रस के पदाधिकारी अभिभाषक-अरविन्द कुमार डया,केशरसिंह बाठी, पारसमल जैन, महिपाल सालगिया इत्यादि तथा बोहरा समाज के शेख इब्राहीम शिराजी, हातिमभाई, मुश्तफाभाई इत्यादि के अलावा सोनी समाज के रामनिवास, जगदीशचन्द्र, विजय सोनी इत्यादि महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित कलाकारों व गोपीलाल मीणा, रामलाल मीणा, वेलूराम मीणा, धोबी समाज के भैरू भाई, शंकर भाई इत्यादि तथा विभिन्न वर्गो से आए गणमान्य व्यक्तियों ने हार्दिक शुभकामनाएं दी।
राजमहल परिसर में राजसी ठाठ-बाठ से चले समारोह में पदारूढ़ महाराजा जयसिंह सिसोदिया ने आजमन का आभार प्रकट करते हुए आशा व्यक्त की कि वे अपने सम्पर्को का लाभ प्रतापगढ़ के विकास के लिये देने हेतु सदैव तत्पर रहेगें।
समारोह अनुशासित व राजघराने की परम्परा के अनुरूप सम्पन्न हुआ। उपस्थित जनसमूह ने इस समारोह को ऐतिहासिक बताया।