- November 18, 2017
राजपूतों का इतिहास ——- मनीश सिंहा
पटना -(बिहार)———- ——-जिस मगध के राजा ने युनानी राजा सेल्युक्स और उसके सैनिकों को पिटते हुए सिंध तक ले गया और सेल्युकस को हार के बदले अपनी बेटी देना पड़ा वह चंद्रगुप्त राजपूत । (स्रोत — बौद्ध ग्रंथ दिव्यावदन और इन्वेशन आॅफ इंडिया बाई अलेकजेण्डर दी ग्रेट )
(2) जिस मगध के राजा ने हूणों को हराकर भारत की सीमा ईरान तक विस्तार की वह समुद्रगुप्त और स्कंदगुप्त राजपूत ( स्रोत — जैन ग्रंथ कुमारपाल प्रबंध )
(3) जिस उज्जैन के राजा ने शकों के पूर्ण रूप से भगाकर भारत की सीमा को सउदी अरब और मिश्र तक सीमा विस्तार किया वह परमार विक्रमादित्य राजपूत।(स्रोत – कथा सरितसागर और विक्रम एंड द वैम्पायर रिचर्ड आर. बर्टन )
(4) जिस उज्जैन के प्रतिहार राजा नागभट्ट प्रथम ने 745-56 में अरब के सेनापति हबीब मर्रा को सऊदी अरब और सिंध के खलीफा जुनैद को ईरान तक मारते हुए ले गया वह राजपूत।
(स्रोत – अरबी इतिहासकार बिलाजुरी और The Age of Imperial Kannauj )
(5) जिस नवसारी के सोलंकी राजा पुलकेशिराज चालुक्य ने 738 में अरब आक्रमणकारीओं को कच्छ से घोड़े से घसीट कर मारते हुए कांधार तक ले गया वह राजपूत। (स्रोत — युनानी इतिहासकार डा.ए.एस आल्टेकर )
(6) जिस नागभट्ट द्वितीय, शाकम्भरी के चौहान राजा और चितौड़ के खुम्माण अरब के खलीफा मामुन और उसके 75 हजार सैनिकों 810 ई में हराया वें लोग-राजपूत। (स्रोत – ग्वालियर का शिलालेख )
(7) सन 850 में मुल्तान के सूर्य मंदिर को लुटने आए सउदी अरब के आक्रमणकारी खलिफा को उल्टा कर पिटने वालें और फिर कंधार तक खदेड़ देने वाला वह कन्नौज के राजा आदिवराह राजपूत (स्रोत — अरबी यात्री सुलेमान 851 तथा अरबी इतिहासकार अल मसुदी )
(8) सन 962-63 में खुरासन तुर्की के सुबेदार अल्पतगीन और उसके सेना सुबुक्तगीन को उदभाण्डपुर के राजा जयपाल शाही ने हराया वह- राजपूत (स्रोत – छम्ब के साहिल्यवर्मन के शिलालेख )
(9) सन 1008 में कलिंजर के चंदेल और पंजाब के खोखर 10 हजार राजपूतो ने मिलकर आनंदपाल के नेतृत्व में महमुद गजनवी के 6 हजार धनुर्धर मुस्लिम सैनिकों को चार घंटो में मौत के घाट उतार दिया था वह–राजपूत (स्रोत –फरिश्ता )
(10) जिस मेवाड़ के राजा बप्पा रावल ने 734 में मुसलमानों को बुरी तरह हराकर सिंध के सीमा तक ले गया वह–राजपूत। (स्रोत -राजस्थान का इतिहास कर्नल टाॅड तथा उदयपुर का इतिहास गौरीशंकर ओझा )
(11) जिस रानी नाईकी देवी ( मुलराज सोलंकी द्वितीय की माता ) ने एक औरत होकर और राजा धरावर्ष परमार ने 1178 में मुहम्मद गौरी के प्रथम आक्रमण में मुहम्मद गौरी को घायल कर गजनी भेजा वह -राजपूत (स्रोत — प्रबंध चिंतामणी ,प्रबंध कोष और The Parmaras :Pratipal Bhatia page 176)
(12) जिस चंदेल राजा त्रैलोक्यवर्मन ने कुतुबद्दीन के सेनापति असुद्दीन और नसीरूद्दीन को 1239 में ककदवा गांव में हराकर कलिंजर दुर्ग को वापस ले लिया वह-राजपूत (स्रोत – कलिंजर का शिलालेख और सल्तनत काल में हिंदू प्रतिरोध page-134)
(13) जिस रणथम्भौर के राजा वाग्भट चौहान ने 1253 में सेनापति बहाउद्दीन एबक को मार गिराकर सुल्तान बलबन को हराकर दिल्ली वापस भेजा वह- राजपूत। (स्रोत – मुस्लिम लेखक मिनहाजुद्दीन तथा Rajsthan Throut The Ages दशरथ शर्मा )
(14) जिस चैत्र सिंह चौहान ने रणथम्भौर युद्ध में उलुग खां को हराया तथा उसके कमांडर मलिक एबक ख्वाजा को 1249 में मार गिराया वह- राजपूत।(स्रोत – मुस्लिम लेखक मिनहाजुद्दीन )
(15) जिस राजा रावल सिंह ने 1299 में अलाउद्दीन खिलजी के छोटे भाई उलूग खां को हराया वह- राजपूत।( स्रोत — उदयप का इतिहास गौरीशंकर ओझा और सल्तनतकाल शोध ग्रंथ Page 224)
(श्रोत -नवसंचार समाचर फेसबूक)