- September 19, 2015
मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण हेतु डोर-टू-डोर सर्वे
जयपुर – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश में मौसमी बीमारियों की प्रभावी रोकथाम एवं उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने मौसमी बीमारियों से प्रभावित क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे करवाने एवं फोगिंग मशीन से छिड़काव सहित पानी एकत्रित होने वाले स्थानों पर एंटीलार्वा गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सवाई मानसिंह चिकित्सालय में मौसमी बीमारियों के लिए अनवरत् 24 घन्टे आउटडोर एवं सैम्पल कलेक्शन की व्यवस्था करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।
श्री राठौड़ शुक्रवार को सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज प्राचार्य के कक्ष में आयोजित मौसमी बीमारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सवाई मानसिंह अस्पताल, जे.के.लॉन, जनाना अस्पताल एवं महिला अस्पताल सहित मेडिकल कॉलेज से सम्बद्घ विभिन्न कार्यों की विस्तार से समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय समय के दौरान वरिष्ठ चिकित्सकों सहित समस्त चिकित्साकर्मियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को बढ़ाया जाना आवश्यक है।
डेंगू रोगी के घर के आसपास के 50 घरों में करायें स्प्रे
चिकित्सा मंत्री ने मलेरिया पी.एफ. रोगी एवं डेंगू रोगी पाये जाने पर रोगी के आसपास के 50 घरों में पायरेथ्रम का फोकल स्प्रे करने के साथ ही आउटब्रेक की स्थिति में आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सकीय दल (रैपिड रेस्पोंस टीम) आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सकों व पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं।
फोगिंग व एंटीलार्वा गतिविधियां
चिकित्सा मंत्री ने मौसमी बीमारियों से प्रभावित क्षेत्रों की जिलेवार व ब्लॉकवार समीक्षा कर प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय निकायों के सहयोग से फोगिंग कार्य करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने पानी भरने वाले समस्त स्थलों पर मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वा गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एम.एल.ओ. डलवाने के निर्देश दिये। उन्होंने पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी जिलों में हैचरीज का समुचित रख-रखाव सुनिश्चित करने एवं हैचरीज से गम्बूशिया मछलियां तालाब एवं टांको में डलवाने के लिए भी कहा है।
चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त
मलेरिया, डेंगू एंव अन्य मौसमी बीमारियों तथा दिल्ली सहित पड़ौसी राज्यों में स्वाइन फ्लू की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इनकी रोकथाम की पुख्ता व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त कर सभी चिकित्साकर्मियों को मुख्यालय पर उपस्थित रहने के निर्देश दिये गये हैं।
टॉस्क फोर्स
श्री राठौड़ ने जिला व ब्लॉक स्तर पर गठित टॉस्ट फोर्स की नियमित बैठकें आयोजित कर मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टाईफस आदि मौसमी बीमारियों एवं स्वाइन फ्लू की रोकथाम व उपचार की व्यवस्थाओं पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिये। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी शामिल किये गये हैं। उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में गठित ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी एवं संबंधित सीएचसी व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सकों को शामिल किया गया है। राज्य स्तरीय टॉस्क फोर्स में संयुक्त शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा, निदेशक जनस्वास्थ्य, निदेशक आरसीएच, निदेशक एड्स, अतिरिक्त निदेशक जनस्वास्थ्य, अधीक्षक एसएमएस हॉस्पिटल, माईक्रोबायोलॉजी, पीएसएम विभागाध्यक्ष एवं मेडिसन विभागाध्यक्ष को शामिल किया गया है। इस टॉस्क फोर्स की सप्ताह में दो बार बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
रेपिड रेस्पॉन्स टीम
चिकित्सा मंत्री ने मौसमी बीमारियों की प्रभावी व त्वरित उपचार के लिए राज्य जिला व ब्लॉक स्तर पर गठित रेपिड रेस्पॉन्स टीमों का समुचित उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। रेपिड रेस्पॉन्स टीम में शामिल चिकित्सकों के नाम व उनके मोबाइल नम्बर वैबसाईट पर भी उपलब्ध करवाये जायेंगे। किसी भी क्षेत्र में मौसमी बीमारी का आउटब्रेक होने की स्थिति में तत्काल रेपिड रेस्पॉन्स टीम भिजवाकर उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।
एलाईजा रीडर व रेपिड डाइग्नोस्टिक किट्स
श्री राठौड़ ने प्रदेश में मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू आदि की जांच की व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बुखार पीडि़त समस्त रोगियों की रक्त जांच सुनिश्चित कर मलेरिया पॉजिटिव होने पर तत्काल उपचार प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू की जांच के लिए आवश्यक एलाईजा रीडर की उपलब्धता की समीक्षा की एवं सभी जिलों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
दवाईयों की आपूर्ति की समीक्षा
चिकित्सा मंत्री ने मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टाईफस सहित सभी मौसमी बीमारियों एवं स्वाइन फ्लू की दवाईयों की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने एसएमएस सहित सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि मलेरिया के उपचार के लिए समुचित मात्रा में क्लोरोक्विन गोलियों के साथ ही स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए 10 लाख से अधिक टेमीफ्लू सहित सभी दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
एसएमएस में 24 घन्टे आउटडोर व जांच
श्री राठौड़ ने एसएमएस हॉस्पिटल में मौसमी बीमारियों के लिए अनवरत् 24 घन्टे की आउटडोर की सुविधा एवं जांच के लिए सैम्पल कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। धनवंतरी आउटडोर के समय के बाद मौसमी बीमारियों के लिए इमरजेंसी यूनिट के पास आउटडोर की अतिरिक्त व्यवस्था की जायेगी। इसी प्रकार कमरा संख्या में 21 अनवरत् 24 घन्टे सैम्पल कलेक्शन की सुविधा उपलब्ध करवायी जायेगी। संग्रहित सैम्पल की जांच के लिए एमएसएम हॉस्पिटल की सेन्ट्रल लैब व मेडिकल कॉलेज की लैब में विशेष व्यवस्थाएं की गयी हैं। लैब में जांच का समय बढ़ाकर अब प्रात: 8 बजे से सायं 8 बजे तक किया जायेगा।
जे.के.लॉन के लिए सांसद कोष से 5 लाख रुपये
चिकित्सा मंत्री ने सांसद श्री रामचरण बोहरा द्वारा जेके लॉन अस्पताल के लिए 100 बैड की व्यवस्था के लिए सांसद स्थानीय निधी कोष से 5 लाख रुपये की राशि स्वीकृत करने पर उनका आभार व्यक्त किया है। इस राशि से अस्पताल में 100 अतिरिक्त बैड की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने जे.के. लॉन के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त वेन्टीलेटर्स की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं चिकित्सा शिक्षा श्री मुकेश शर्मा, अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. नीरज के पवन, राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक श्री सुधीर शर्मा, संयुक्त शासन सचिव डॉ. एस.पी.सिंह, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. यू.एस. अग्रवाल, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. बी.आर.मीणा, एसएमएस अधीक्षक डॉ. मानप्रकाश सहित संंबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
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