- August 11, 2015
मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए निगरानी करने के निर्देश
जांजगीर-चांपा (छतीसगढ) – – मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज शाम राजधानी रायपुर के अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जिलों में चालू मानसून सत्र के दौरान अब तक हुई वर्षा, खरीफ फसल की स्थिति तथा खाद-बीज के वितरण की समीक्षा की। उन्होंने इस अवसर पर जिलों में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए किए गए उपायों की समीक्षा भी की और अधिकारियों को मौसमी बीमारियों की सतत् निगरानी करने के निर्देश भी दिए है।
बिलासपुर संभाग के आयुक्त श्री सोनमणि बोरा ने संभाग के सभी जिलों में वर्षा की स्थिति और खरीफ फसल के संबंध में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि 2015 के खरीफ फसल के लिए जांजगीर-चांपा जिले में लक्ष्य 2.48 लाख हेक्टेयर के विरूद्ध 2.41 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बोनी किसानों द्वारा पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने बताया कि हसदेव बांगो परियोजना में 73 प्रतिशत जल का भराव हो चुका है और खरीफ फसल के लिए जांजगीर-चांपा जिले के किसानों को दायीं और बायीं शाखा नहरों से पानी भी मुहैया कराया जा रहा है। इसी तरह बीज में लक्ष्य के विरूद्ध 110 प्रतिशत भण्डारण तथा 103 प्रतिशत वितरण किया जा चुका है। खाद में लक्ष्य के विरूद्ध 96 भण्डारण हो चुका है जिसमें से 84 प्रतिशत का वितरण किया गया है।
कलेक्टर श्री ओ.पी.चौधरी ने बताया कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जिले के सभी विकासखण्डों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर काम्बेट टीम तैनात कर दी गई है। जिला व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कन्ट्रोल रूम स्थापित किए गए है ताकि कहीं से भी मौसमी बीमारियों की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही की जा सके। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा मितानिनों के पास पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयां की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। इसके अलावा जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के गांवों में निरंतर स्वास्थ्य केंप आयोजित कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। मलेरिया से बचाव के लिए संभावित इलाकों में डी.डी.टी. का छिड़काव भी कराया जा रहा है। डायरिया से बचाव के लिए जल स्त्रोतों में ब्लेचिंग व कलोरीकरण करने के साथ ही लोगों को इसके संबंध में जागरूक किया जा रहा है।
स्कूलों की गुणवत्ता जांच के लिए सितंबर और जनवरी माह में चलेगा विशेष अभियान
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता की जांच के लिए आगामी सितंबर माह के तीसरे सप्ताह और जनवरी माह के पहले सप्ताह में विशेष अभियान का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव सहित प्रदेश के सभी अधिकारी व जनप्रतिनिधि इस दौरान किसी स्कूल में जाकर रात्रि विश्राम करेंगे और स्कूल के बच्चों के शैक्षिण स्तर का मूल्यांकन करेंगे। इस दौरान वे उस स्कूल को ए, बी, सी और डी रेकिंग देंगे जिसकी समीक्षा आगामी जनवरी माह में की जाएगी कि उसके रेकिंग में कितनी बढ़ोत्तरी हुई।
शतप्रतिशत स्कूली बच्चों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि प्रदेश के सभी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आगामी जनवरी माह में विशेष अभियान आयोजित किया जाएगा। जिसमें सरकारी और निजी डाक्टरों की टीमों द्वारा स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी और किसी भी प्रकार की बीमारियों से पीड़ित पाए जाने पर आगे उचित ईलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। यह स्वास्थ्य परीक्षण पहले प्रायमरी के बच्चों का किया जाएगा। वीडियो कांफ्रेसिंग में प्रदेश के मुख्य सचिव श्री विवके ढांड सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।