• July 10, 2018

‘मेरा गांव, स्वस्थ गांव’ अभियान—35 लाख घरों का सर्वेक्षण

‘मेरा गांव, स्वस्थ गांव’ अभियान—35 लाख घरों का सर्वेक्षण

जयपुर———-प्रदेश में ‘न्याय आपके द्वार’ अभियान के दौरान ‘मेरा गांव, स्वस्थ गांव’ अभियान के तहत 34 लाख 86 हजार 754 घरों का सर्वेक्षण कर मौसमी बीमारियों की रोकथाम कार्यवाही के साथ डायबिटीज, हाई परटेंशन के मरीजों की स्क्रीनिंग कर मौके पर उपचार एवं आवश्यक परामर्श प्रदान किया गया। टीबी मरीजों की जानकारी एकत्रित कर संशोधित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत संचालित निश्चय पोर्टल में एंट्री करवायी गयी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने विभाग की ओर से इतने बड़े पैमाने पर आयोजित अभियान के सफल संचालन पर समस्त टीम को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु नियमित तौर पर व्यापक कार्यवाही करने का आग्रह किया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता एवं स्वास्थ्य सचिव व मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने भी दल द्वारा किये गये कार्य की सराहना की।

श्रीमती गुप्ता ने बताया कि दलों ने 1 मई से 30 जून तक संचालित इस अभियान के दौरान 2 लाख 83 हजार ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता, पोषण समिति के सदस्यों का मौसमी बीमारियों की रोकथाम के संबंध में सेंसेटाईज किया गया। उन्होंने बताया कि 9 लाख 64 हजार 441 पानी की टंकियों, 9 लाख 71 हजार 836 कूलरों एवं 7 लाख 26 हजार 82 परिडों, गमलों, पानी के खोल इत्यादि की जांच कर आवश्यक कार्यवाही की गयी।

एक लाख से अधिक स्थानों पर पाये गये लार्वाओं को उपचारित किया गया। अभियान के तहत 63 हजार 218 डायबिटीज, 74 हजार 251 हायपरटेंशन मरीजों की स्क्रीनिंग कर मौके पर उपचार के साथ आवश्यक परामर्श दिया गया।

मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने बताया कि अभियान के तहत आशा डायरी में आशा सहयोगिनियों के द्वारा तम्बाकू, पान मसाला इत्यादि का सेवन करने वाले लोगों का सर्वे किया गया एवं 26 लाख 97 हजार 633 लोगों को हाउस-टु-हाउस सम्पर्क के दौरान एवं 6 लाख 45 हजार 417 लोगों को न्याय आपके द्वार शिविरों में तम्बाकू छोड़ने के लिये प्रेरित किया गया है।

निदेशक जन-स्वास्थ्य डा. वीके माथुर ने बताया कि अभियान के दौरान व्यापक रूप से मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिये प्रचार-प्रचार कर आमजन को जागरुक किया गया है।

अभियान के नोडल अधिकारी डा. एसएन धौलपुरिया ने बताया कि विभाग पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिये कार्य कर रहा है।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply