- March 23, 2017
मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस पार्टी की रीढ़ — उद्योग मंत्री
शिमला———-उद्योग मंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस पार्टी की रीढ़ हैं और आगे भी रहेंगे तथा सातवीं बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे। श्री अग्निहोत्री आज ऊना जिला के चिंतपूर्णी में विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत चुरूड़ू में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में नेतृत्व स्पष्ट है, वहीं भाजपा मुख्यमंत्री के पद पर उम्मीदवार को लेकर विभाजित है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की रैलियों में लोगों का भारी संख्या में शामिल होना वर्तमान सरकार की लोकप्रियता को दर्शाता है और मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार पुनः सत्ता में आएगी।
भाजपा नेताओं की इस बयानबाजी कि वर्तमान सरकार ने कोई भी रोजगार नहीं दिया है, की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने चार साल के शासन काल के दौरान 43 हजार से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। इस वित्त वर्ष के दौराना 19 हजार रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि 2000 पटवारियों की नियुक्ति की गई है और पहली बार 3000 सहायक पटवारी भी रखे गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्य विधानसभा सत्र के दौरान लोगों की मांगों को सदन में रखने के विपरीत वाकआउट करने व नारेबाजी में ही विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों ने अपने क्षेत्रों की विकास से सम्बन्धित कोई भी मांग नहीं रखी और अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं, तो सरकार के खिलाफ माफिया राज का दुष्प्रचार आरम्भ किया है। वास्तव में नशे के व्यापार में शामिल एक व्यक्ति की जब जांच की गई, तो पता चला कि वह भाजपा से सम्बन्धित है।
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट पूरी तरह से करमुक्त है और समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित करने वाला है।
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों की फसल को जंगली जानवरों, बंदरों व आवारा पशुओं से बचाने के लिए आरम्भ की गई है, जिसके तहत खेतों के चारों और बाड़ लगाने के लिए 60 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने के मामले का अनावश्यक रूप से विरोध कर रही है, क्योंकि वे इस दिशा में निर्णय नहीं ले सके, जबकि एक मुख्यमंत्री कांगड़ा से भी सम्बन्धित रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वां नदी के तटीकरण के लिए 150 करोड़ रुपये की राशि केंद्र द्वारा जारी नहीं की गई है, जिसके कारण कार्य अवरूद्ध है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व के दौरान ऊना के लिए इंडियन ऑयल का डिपू स्वीकृत हुआ। इसके अतिरिक्त ऊना के लिए आईआईआईटी स्वीकृत की गई है, जिसके लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, परन्तु प्रदेश भाजपा नेता इसमें भी रोड़ अटका रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा नेताओं के कारण केन्द्रीय विश्वविद्यालय का मामला लम्बित पड़ा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने राजनीतिक विरोधियों पर कीचड़ उछालने में विश्वास रखते हैं, जबकि उन्हें स्वस्थ राजनीति करनी चाहिए।