- January 15, 2016
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान : प्रत्येक व्यक्ति धन, श्रम एवं संसाधन से सहयोग करें
जयपुर -जिला कलक्टर श्री कृष्ण कुणाल ने प्रदेश में 27 जनवरी से प्रारंभ हो रहे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि इस अभियान में प्रत्येक व्यक्ति धन, श्रम एवं संसाधन से सहयोग करें।
जिला कलेक्टर गुरूवार को जमवारामगढ़ उप खण्ड मुख्यलय पर आयोजित अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अभियान को किसानों एवं ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताते हुए कहा कि इस अभियान के तहत कराये जाने वाले जल ग्रहण के कार्यों से गांवों का पानी गांवों में और खेत का पानी खेत में रखने के प्रयास किये जा रहे हैं जिससे गांवों में मनुष्यों एवं पशुओं के लिए पीने का पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा वहीं सिंचाई क्षेत्र में अभिवृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान राज्य सरकार का कार्यक्रम होने के साथ – साथ यह आमजन का कार्यक्रम भी है इसमें जनप्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, दानदाताओं एवं धार्मिक संस्थाओं को भी आगे आकर सहयोग करना चाहिए।
जिला कलेक्टर ने जमवाय माता के मंदिर वन क्षेत्र में होने के संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की तथा वन अधिकार अधिनियम के तहत स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करने एवं पट्टे जारी करने के संबंध में संबंधित जनप्रतिनिधियों, राजस्व एवं वन विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। उन्होंने राज्य सरकार की भामाशाह योजना के उद्देश्यों के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी देने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस पंचायत समिति क्षेत्र की छह ग्राम पंचायतों के 17 गांवों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में जल संरक्षण के कार्य करवाये जायेंगे।
माणोता व नायला ग्राम पंचायतों का किया दौरा
जिला कलेक्टर ने माणोता व नायला ग्राम पंचायत का दौरा कर स्थानीय सरपंचों व जनप्रतिनिधियों से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में सक्रिय योगदान देने का आग्रह किया तथा कहा कि यह अभियान जनता का है इसमें प्रत्येक व्यक्ति जुड़े और इसे सफल बनाने का प्रयास करे। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में स्वच्छता का वातावरण बनाये तथा जिन परिवारों के घरों में अब तक शौचालय नहीं बनाये गये हैं ऐसे परिवारों को समझाइस करें कि वे अपने घरों में शौचालय आवश्यक रूप से बनवायें।