- May 13, 2017
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के कार्यों का निरीक्षण
जयपुर———– सहकारिता मंत्री एवं हनुमानगढ़ जिला प्रभारी मंत्री श्री अजय सिंह किलक और जिला प्रभारी सचिव श्री नवीन जैन ने शुक्रवार को गोलूवाला सिंहागान और निवादान में मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत हुए कार्यों का निरीक्षण किया।
गोलूवाला निवादान के चक 24 जेआरके में बनाए गए खाले की क्वालिटी संदिग्ध पाए जाने पर प्रभारी मंत्री ने जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित को इसकी जांच करवाने के निर्देश दिए। करीब 34 लाख की लागत से सीएडी की ओर से इस खाले का निर्माण करवाया गया था।
गोलूवाला निवादान में करीब 20 लाख की लागत से जोहड के चारों तरह हो रही चारदिवारी का कार्य देखा। विकास अधिकारी श्री रामकुमार वर्मा ने बताया कि इस जोहड में बारिश का पानी पूरा भर जाता है और जोहड लबालब होने पर एक बडे नाले से पानी को बाहर निकाल कर खाले में डालने की व्यवस्था की गई है।
विकास अधिकारी ने बताया कि खास बात ये इस पानी के लिए बाकायदा बोली लगाई जाती है और फिर इस पानी को खेतों में पानी लगाने के काम में लिया जाता है। सरपंच श्री किरण जग्गा ने बताया कि जोहड में सीवर लाइनों के पानी को आने से रोकने की भी पूरी व्यवस्था की गई है।
हनुमानगढ़ जिला प्रभारी मंत्री और जिला प्रभारी सचिव ने श्री श्याम नंदी शाला समिति के कार्यालय में करीब 2 लाख की लागत से बनाए गए रूफ टॉप रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को देखा।
गौशाला से सटती हुई जमीन में वन विभाग की ओर से किए गए पौधारोपण का कार्य भी देखा। नंदी शाला को लेकर स्थानीय लोगों ने जिला प्रभारी मंत्री ने गुजारिश की कि नंदी शाला का शैड और बडा किया जाए ताकि सारे पशु उसके नीचे आ सके। साथ ही नंदी शाला को सहायता प्रदान करने की भी गुहार लगाई। प्रभारी मंत्री ने जिला कलक्टर को इस मामले को देखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के निरीक्षण के दौरान जिला प्रभारी मंत्री और जिला प्रभारी सचिव के साथ जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित,सीईओ जिला परिषद श्री परमेश्वर लाल,बीकानेर जोन के एडिश्नल रजिस्ट्रार श्री रविन्द्र राजपुरोहित, एसई वाटर शैड श्री भूपसिंह जांगीड, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, सीएडी के अधिशाषी अभियंता श्री रामरूप मीणा, बीजेपी जिला अध्यक्ष श्री बलबीर बिश्नोई, कृषि उपज मंडी के पूर्व चेयरमैन श्री अरूण खिलेरी, बीजेपी जिला प्रवक्ता श्री जसपीत सिंह, समेत बडी संख्या में स्थानीय लोग शामिल थे।