मुख्यमंत्री कृषक सहकारी ऋण सहायता योजना

मुख्यमंत्री कृषक सहकारी ऋण सहायता योजना

मनोज पाठक——किसानों के लिये शुरू की गई मुख्यमंत्री कृषक सहकारी ऋण सहायता योजना में प्रदेश के 6 लाख से अधिक किसानों को 88 करोड़ 44 लाख रूपये की सहायता दी गई है। योजना मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2015 से शुरू की है। सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रबी सीजन 2015-16 से किसानों को इस योजना से जोड़ा गया है।

मुख्यमंत्री कृषक सहकारी ऋण सहायता योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि की लागत को कम करते हुए कृषि उत्पादन के साथ कृषकों की आय में वृद्धि करना और कृषि को लाभप्रद बनाने में उन्हें सहायता करना है। श्री सारंग ने बताया कि योजना में जो किसान प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों से अल्पावधि ऋण लेकर उसका 90 प्रतिशत राशि निर्धारित तारीख पर चुकता कर देते हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जायेगा।

राज्य शासन ने किसानों को यह सुविधा भी दी है कि अगर वह किसी समिति के डिफाल्टर सदस्य हैं तो वे अपना पूर्व का ऋण चुकता कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि किसान अल्पावधि के लिये वस्तु और नगद के रूप में जो ऋण लेंगे, उसमें विपणन संघ, बीज सहकारी संघ या उससे संबद्ध बीज सहकारी समितियों से भी जो किसान खाद-बीज लेंगे वह इस योजना में ऋण वस्तु के रूप में मान्य होगा। योजना में कृषक को दी जाने वाली सहायता अनुदान की सीमा वस्तु ऋण के 10 प्रतिशत के मान से अधिकतम 10 हजार रूपये होगी।

अभी तक 38 जिलों के 6 लाख 12 हजार किसानों को लाभ मिला है। उन्हें अनुदान के रूप में 88 करोड़ 44 लाख रूपये की राशि मिली है। इनमें जबलपुर में 7 हजार 651, मंडला 4 हजार 334, बालाघाट 13 हजार 490, छिंदवाड़ा 16 हजार 132, सिवनी 13 हजार 621, नरसिंहपुर 8 हजार 908, सागर 15 हजार 526, दमोह 13 हजार 337, पन्ना 4 हजार 739, छतरपुर 9 हजार 239, टीकमगढ़ 4218, रीवा 14 हजार 474, सतना 15 हजार 150, सीधी 5 हजार 160, शहडोल 8 हजार 873, इंदौर 27 हजार 798, धार 18 हजार 307, झाबुआ 1 हजार 803, खरगोन 29 हजार 426, खण्डवा 12 हजार 258, उज्जैन 33 हजार 128, रतलाम 25 हजार 617, मंदसौर 25 हजार 759, देवास 37 हजार 195, शाजापुर 32 हजार 251, ग्वालियर 4 हजार 325, शिवपुरी 6 हजार 105, गुना 10 हजार 18, दतिया 27, भिण्ड 11 हजार 278, मुरैना 16 हजार 696, भोपाल 9 हजार 649, सीहोर 34 हजार 363, रायसेन 8 हजार 322, विदिशा 33 हजार 23, राजगढ़ 30 हजार 784, बैतूल 21 हजार 125 और होशंगाबाद के 27 हजार 821 किसानों को योजना का लाभ मिला है।

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