मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 154 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 154 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे

कवर्धा (छत्तीसगढ) –  मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आज कबीरधाम जिले के भोरमदेव परिसर में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 154 जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधे। इस पवित्र एवं मंगलमय अवसर पर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, सांसद श्री अभिषेक सिंह, विधायक कवर्धा श्री अशोक साहू, विधायक पंडरिया श्री मोतीराम चंद्रवंशी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती देवकुमारी चंद्रवंशी, भोरमदेव शक्कर कारखाना के अध्यक्ष श्री रघुराज सिंह, कवर्धा जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चंद्राकर, बोड़ला जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शांति धुर्वे, पंडरिया जनपद अध्यक्ष श्रीमती मधु बर्मन, सहसपुर लोहारा जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित थी।01

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना प्रदेश की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के संचालन के पीछे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की संवेदनशीलता है। उन्होंने प्रदेश के हर वर्ग के लिये योजनाएं प्रारंभ की है। विशेष रूप से गरीब एवं कमजोर आर्थिक हालत वाले वर्ग की उन्हें विशेष चिंता है और इसके निराकरण के लिये उन्होंने इस प्रकार की योजना की शुरूवात की है। अब तक 58 हजार बेटियों को इसका लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विगत 14 वर्षों में विशेष रूप से प्रगति के मार्ग पर बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य का गठन कर राज्य की जनता को यह जिम्मेदारी दी कि इस राज्य का विकास कैसे किया जायें। राज्य की जनता के सहयोग से छत्तीसगढ़ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जनसामान्य से आग्रह किया कि योजना की सफलता के लिये वे आगे आयें और राज्य के विकास में अपनी भूमिका निभायें। उन्होंने दांपत्य सूत्र में बंधे युवक-युवतियों को आशीर्वाद दिया और कहा कि अपने माता-पिता का सम्मान करते हुए संस्कारयुक्त परिवार का निर्माण करें और उनके माता-पिता भी बहू का उचित सम्मान करें।

इस अवसर पर राजनांदगांव सांसद श्री अभिषेक सिंह ने दांपत्य सूत्र में बंध रहे जोड़ों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि जीवन में दो प्रकार के महत्वपूर्ण अवसर आते हैं। पहला अवसर जब किसी परिवार में बच्चें का जन्म होता है और दूसरा अवसर जब युवा अवस्था में विवाह होता है। इन दोनो अवसरों पर हर वर्ग एवं समाज में खुशी मनाई जाती है। उन्होंने आगे कहा कि पहले गरीब परिवारों में बेटियों के जन्म पर उनके माता-पिता चिंता में पड़ जाते थे और उन्हें इस बात की चिंता रहती थी, कि उनकी बेटियों की शादी कैसे होगी, लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार ने प्रदेश के हर गरीब परिवार की चिंता को खत्म करने के लिये मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना लागू की है।

इस योजना के तहत जिले में लगभग दो हजार जोड़ांे ने लाभ उठाया है। उन्होंने आज भोरमदेव परिसर में नवदांपत्य सूत्र में बंधे 154 जोड़ों को नये जीवन में प्रवेश के लिये हार्दिक बधाई एवं शुभकामना दी। कवर्धा विधायक श्री अशोक साहू ने कहा कि यह योजना गरीब एवं निर्धन परिवारों के लिये है। राज्य सरकार ने गरीब परिवारों के अभिभावकों की चिंता दूर करने के लिये यह योजना संचालित की है। प्रदेश के गरीब परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार ने अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की है, और इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिये लोग आयें। पंडरिया विधायक श्री मोतीराम चंद्रवंशी ने कहा कि इस पवित्र प्रांगण में परिणय सूत्र में बंध रहे युवक-युवतियों को उनकी शुभकामनाएं दी। यहां उन्हें भगवान शंकर का आशीर्वाद मिल रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बीपीएल परिवारों के लिये संचालित है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गरीब परिवार की बेटियों के लिये इस प्रकार का आयोजन प्रदेश भर में हो रहा है।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर श्री पी.दयानदं ने अतिथियों का स्वागत किया और इस योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की अत्यंत महत्वाकांछी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आज भोरमदेव के प्रांगण में सामुहिक विवाह का आयोजन किया गया है। जिले के 154 जोड़े दांपत्य सूत्र में आबद्ध हो गृहस्थ जीवन में प्रवेश कर रहे हैं।

इस योजना की शुरूवात 2004-05 में हुआ। प्रारंभ में इस योजना के प्रति जोड़ा 5 हजार रूपये खर्च करने का प्रावधान था। मुख्यमंत्री जी ने इस योजना में आवश्यक परिवर्तन करते हुए 2008 में 10 हजार रूपये एवं 2012-13 में 15 हजार रूपये प्रति जोड़ा खर्च करने का प्रावधान किया गया। वर्तमान में प्रति जोड़ा 11 हजार 500 रूपये की प्रोत्साहन सामग्री, एक हजार रूपये की प्रोत्साहन चेक के माध्यम से कन्या को और 2 हजार 500 रूपये विवाह आयोजन पर खर्च किया जाता है।

इस योजना का उद्देश्य गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह में होने वाली आर्थिक कठिनाईयों के निवारण, विवाह के अवसर पर फिजूल खर्ची को रोकने एवं सादगीपूर्ण विवाह का आयोजन कर सामाजिक स्थिति में सुधार एवं सामुहिक विवाह को प्रोत्साहन देना है।

गत वर्षो में जिले में इस योजना से 2008-09 में 462, 2009-10 में 182, 2010-11 में 227 एवं 2012-13 में 153 और 2013-14 में 196 जोड़ों का विवाह कराया जा चुका है। योजना प्रारंभ से अब तक कुल 1994 जोड़ों को इस योजना से लाभान्वित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन श्री अवधेशनंदन श्रीवास्तव ने किया।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, ग्रामीणजन, सामूहिक विवाह कार्यक्रम में आबद्ध युवक-युवतियों के परिवारजन, जिला पंचायत के सीईओ श्री बिपिन मांझी, बोड़ला के अनुविभागीय अधिकारी श्री अश्वनी देवांगन, कवर्धा के अनुविभागीय अधिकारी श्री कश्यप सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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