- May 1, 2017
मुआवजा क्रॉप कटिंग पर—जली फसल का मुआवजा 12 हजार रूपए प्रति एकड़
बहादुरगढ़, 1 मई (स०सू०अधिकारी)—–हरियाणा ही नहीं बल्कि देश के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब किसान को जली हुई फसल का भी 12 हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा मिलेगा। यह बात हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कही।
कृषि मंत्री सोमवार को गांव खरमाण में आयोजित अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए। गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों की ओर से कृषि मंत्री का जोरदार स्वागत किया गया। किसानों ने कहा कि सरकार की ओर से जली फसल के मुआवजे का एलान करके हर पीडि़त किसान की मदद की गई है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि सरकार किसानों के हर सुख दुख में उनके साथ है और यही ऐसी सरकार है जिसने किसानों की हर तकलीफ में मदद की है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद अभी तक करीब 2500 करोड़ रूपए का मुआवजा किसानों को दिया जा चुका है। जो कि एक रिकार्ड है।
उन्होंने कहा ने कहा कि हमारी सरकार ने 1200 रूपए प्रति एकड़ का मुआवजा देकर किसान हितैषी होने का प्रमाण दिया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा का जिक्र करते हुए धनखड़ ने कहा कि प्रदेश के 1.80 लाख किसानों को 210 करोड़ रूपए का मुआवजा मिल रहा है जबकि कांग्रेस, इनेलो ने किसानों को भ्रमित किया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 27 किसानों को चैक(सांकेतिक) देकर इस राहत राशि वितरण की शुरुआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ उन्होंने की है। बीमा करवाने वाले एक किसान को एक लाख से 12 लाख रूपए तक की राशि मिली है।
उन्होंने बताया कि पानीपत के दिलावर सिंह को 12 लाख 29 हजार रूपए का मुआवजा मिला है, जोकि रिकार्ड है। इसी प्रकार कई किसानों को 3 लाख रूपए से अधिक के चैक मिले हैं। श्री धनखड़ ने कहा कि यह राशि पिछले वर्ष खरीफ की फसल के बीमा के एवज में मिली है।
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि जब से फसल बीमा योजना लागू की गई है, तभी से कांग्रेस और इनेलो के नेता किसानों को गुमराह करते रहे हैं। इससे गैर लोनी फार्मर ने बीमा नहीं करवाया। यदि उन्होंने बीमा करवाया होता तो वे भी लाभांवित होते।
कृषि मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह मुआवजा क्रॉप कटिंग पर आधारित है। इस सिस्टम के अनुसार पूरे गांव से चार सैम्पल लिए जाते हैं जिसके आधार पर फसल का औसत उत्पादन देखा जाता है, जिसकी तुलना पिछली उत्पादित फसल से किया जाता है। जिसके आधार पर ही पूरे गांव को यूनिट मानकर मुआवजा दिया जाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि फसल उत्पादन के 14 दिन तक भी फसल में नुकसान होता है, जैसे कटी फसल का बारिश से नुकसान या मंडी में नुकसान, वह भी इस बीमा योजना में कवर है। धनखड़ ने बताया कि सूखा, ओलावृष्टि, चक्रवात और अन्य नहीं रोके जा सकने वाले जोखिम भी बीमा में कवर किए जाते हैं। इस मामले में एक खेत को इकाई मानकर कवर किया जाता है। जो की अपने आप में महत्वपूर्ण बात है।
पढ़ी लिखी पंचायतें पूर्ण सशक्त : पंचायत विकास मंत्री धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार में पहली बार पढ़ी लिखी पंचायतें बनी हैं और इन पीढ़ी लिखी पंचायतों के माध्यम से प्रदेश विकास की ओर आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा की स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य हरियाणा प्रदेश आगामी जून माह तक पूरा कर लेगा। उन्होंने ग्राम पंचायत की ओर से रखी गई मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन देते हुए सवा करोड़ रूपए से अधिक राशि तत्काल मंजूर कर दी।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष बिजेंद्र दलाल, जिप चेयरमैन परमजीत, वाइस चेयरमैन योगेश सिलानी, विक्रम कादियान, रविभान राठी, आनंद सागर, संत सुरहेती, सरपंच कविता, सुनील कादियान, बलजीत नंबरदार, मातूराम, सीमा दहिया, प्रदीप अहलावत, सुरेश पहलवान, ज्ञानेंद्र, दरियाव सिंह, संजय सांगवान, रविंद्र सांगवान, पं.संतू, सेठी, अशोक, रणबीर गुलिया व कृष्ण कोट सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। समारोह में मंच संचालन युवा नेता सुनील कादियान ने किया।