मिशन-2022: दिव्यांगों को अपने साथ जोड़ने की दिशा में मायावती

मिशन-2022: दिव्यांगों को अपने साथ जोड़ने की दिशा में मायावती

मिशन-2022 — बसपा जातीय समीकरण के साथ ही अब दिव्यांगों को अपने साथ जोड़ने की दिशा में काम करने में जुट गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती इसी माह 21 या फिर 24 नवंबर को इनके लिए काम करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं और दिव्यांगों के साथ बड़ी बैठक करने पर विचार कर रही हैं। इसकी जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को सौंपी गई है।

स्वयं सेवी संस्थाओं का बड़ा नेटवर्क

स्वयं सेवी संस्थाओं का देशभर में बड़ा नेटवर्क है। स्वयं सेवी संस्थाएं हर क्षेत्र में बड़ा काम कर रही हैं। इसीलिए इनके पास अपना बड़ा वोट बैंक है। मायावती इसीलिए स्वयं सेवी संस्थाओं को बसपा के साथ जोड़ने के प्रयास में लगी हुई हैं। उनका मानना है कि अगर ये संस्थाएं ठीक से बसपा के साथ जुड़ी तो हर विधानसभा क्षेत्र में अच्छा-खासा वोट उनके हिस्से में आएगा। मायावती इनसे मिलने के दौरान बड़ी घोषणाएं भी कर सकती हैं। मसलन उनके हितों में कोई नई योजनाएं लाने या फिर बड़ी सहायता देने जैसी घोषणाएं कर सकती हैं।

मिला वोट तो बनेगी बात

बसपा के रणनीतिकारों का मानना है यूपी में स्वयं सेवी संस्थाओं को अपने साथ जोड़ने का काम किया जाए। इसीलिए सतीश चंद्र मिश्र को इस काम में लगाया गया है।

मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए लखनऊ में डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की स्थापना कराई थी। इसमें काफी संख्या में दिव्यांगों को शिक्षा-दीक्षा दी जा रही है।

रणनीतिकारों का मानना है उन्हें एकत्र कर बताया कि पहले सरकार रहते हुए काम किया गया है और इस बार सरकार बनने पर उससे अधिक किया जाएगा, जिससे उनकी स्थिति में सुधार आएगा।

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