• May 12, 2020

मिशन सागरः आईएनएस केसरी ने मालदीव को खाद्य सामग्री

मिशन सागरः आईएनएस केसरी ने मालदीव को खाद्य सामग्री

नई दिल्ली (रक्षा मंत्रालाय) भारतीय नौसेना का जहाज, केसरी 12 मई 2020 को ‘मिशन सागर’ अभियान के एक हिस्से के रूप में मालदीव के माले बंदरगाह पर पहुंचा। भारत सरकार अपने मित्र देशों को सहायता प्रदान कर रही है और इस संदर्भ में आईएनएस केसरी मालदीव की जनता के लिए 580 टन खाद्य सामग्री लेकर गया है। इस क्षेत्र में कोविड-19 महामारी और सामाजिक दूरी के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए, 12 मई 2020 को खाद्य सामग्री सौंपने का कार्य ऑनलाइन के माध्यम किया गया।

इस समारोह में मालदीव के विदेश मंत्री, श्री अब्दुल्ला शाहिद और मालदीव के रक्षा मंत्री सुश्री मारिया अहमद दीदी भी मौजूद थीं। भारत का प्रतिनिधित्व मालदीव में भारत के उच्चायुक्त, सुंजय सुधीर ने किया। मालदीव के विदेश मंत्री, श्री अब्दुल्ला शाहिद ने भारत द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना की।

जहाज की तैनाती, प्रधानमंत्री की ‘इस क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास’ यानी ‘सागर’ और उनकी ‘सबसे पहले पड़ोसी’ वाली नीति के दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है, जिसमें मालदीव प्रमुख रूप से आता है। इस अभियान को रक्षा और विदेश मंत्रालयों और भारत सरकार की अन्य एजेंसियों के बीच घनिष्ठ समन्वय के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहा है।

मिशन सागर, ऑपरेशन समुद्र सेतु के लगभग पीछे-पीछे चल रहा है, जिसका उद्देश्य मालदीव सहित विदेशों से भारतीय नागरिकों को स्वदेश वापस लेकर आना है। 08 और 10 मई, 2020 को आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर के द्वारा कुल 900 भारतीय नागरिकों को स्वदेश वापस लेकर आया गया है।

भारत और मालदीव बहुत नजदीक के समुद्री पड़ोसी हैं, जिनके बीच बहुत ही मजबूत और अत्यंत सौहार्दपूर्ण रक्षा और राजनयिक संबंध हैं।

Related post

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर 25% टैरिफ

मेक्सिको और कनाडा से संयुक्त राज्य अमेरिका में आने वाले सभी उत्पादों और  खुली सीमाओं पर…

ट्रम्प ने कहा, “20 जनवरी को, अपने  पहले कार्यकारी आदेशों में से एक के रूप में,…
बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

बाकू में COP29: जलवायु संकट और अधूरे वादों की कहानी

निशान्त——-   बाकू, अज़रबैजान में आयोजित 29वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP29) ने दुनिया भर के देशों को एक…

Leave a Reply