- November 10, 2022
मित्रों पॉलिथीन मुक्त शहर, राज्य हो या देश यह लड़ाई शुरू — जल स्टार रमेश गोयल
मित्रों पॉलिथीन मुक्त शहर, राज्य हो या देश यह लड़ाई मैंने शुरू कर दी है। ये आप सब जानते हैं मैं मानत हूं कि यह लड़ाई बहुत मुश्किल है । क्योंकि आज पॉलिथीन हमारे घर में , हमारी दिनचर्या में , हमारी सोच में इतनी घुस चुकी है कि उससे इतनी जल्दी निजात पाना आसान नहीं । मुझे लगा कि अगर सब को जागरुक किया जाए और पॉलिथीन के इस्तेमाल को कम किया जाए तो असर दिखेगा। अगर खपत कम होगी तब शायद प्रोडक्शन भी कम होगी। यही सोच कर हमने एक के बाद एक बहुत जागरूकता कैंप लगाएं । और लोगों को इसके प्रति जागरुक किया । कई हजारों लोगों को हमने प्रण दिलाया पॉलिथीन का कम इस्तेमाल करने का । और मैं पूरी तरह से यकीन कहती हूं उस जागरूकता कैंप से कई हजारों में से कुछ हजार लोगों के दिमाग में दिल में ये बात गई कि वाकई इस पॉलिथीन के नुकसान हमारे जीवन में हमारी प्रकृति में हमारी धरती के लिए बहुत ज्यादा है । और मेरा मानना है कि हजारों में से कुछ हजार लोगों ने पॉलिथीन का इस्तेमाल अपने जीवन में काम कर दिया होगा । ऐसे ही हमने बच्चों और युवाओं को पॉलिथीन के नुकसान के बारे में बताया ताकि हमारी तरह वह पॉलिथीन के मोहताज ना हो पाए। क्योंकि वह अभी बच्चे हैं उनमें बदलाव और तब्दीली बहुत जल्दी आ सकती हैं । इसके साथ-साथ हमने एक रेहड़ी की शुरुआत की जो पॉलिथीन की रीसाइक्लिंग के लिए शहर भर से पॉलिथीन इकट्ठा करती। मोनेट्री कारणों शहर में नहीं चल पा रही। लेकिन उस कार्य में पिछले दो दिन तीन महीने से जो हमने ब्रेक किया हुआ है वह भी सोचा समझा है। पर एक बात है क्योंकि यह सब काम हमारे स्तर पर हैं । अगर सरकार द्वारा पॉलिसी बनाए जाने के कार्य होंगे तो इस मुहिम का असर और दिखेगा। पॉलिसी का असर बहुत ज्यादा होगा । इसलिए पिछले 3 महीने से मैं पोलूशन बोर्ड चाहे इंडस्ट्रियल मिनिस्टर चाहे हमारा पर्यावरण विभाग को अलग-अलग सरकारी तंत्र में मैं अपनी बात पहुंचाने में लगी हुई थी। मित्रों आपको जानकर बहुत खुशी होगी कि पंचकूला में आयोजित पहले MSME एमएसएमई सम्मेलन में हजारों की संख्या में उद्योगपति पहुंचे और उन हजारों लोगों के बीच में सेंटर के इंडस्ट्रियल मिनिस्टर श्री कलराज जी और स्टेट के इंजेक्शन मिनिस्टर विपुल गोयल जी के बीच एचएसआईडीसी के डायरेक्टर चेयर पर्सन और बड़े-बड़े डिग्निट्री के बीच मुझे अपनी बात पहुंचाने का , सामने सामने उनसे बात करने का मौका मिला। इनवायरमेंट सिक्योरिटी सेशन में मुझे बोलने का मौका मिला और तब मैंने पालिथिन को लेकर एक सुदृढ़ पॉलिसी बनाने के लिए बात कही । मैंने सब लोगों के बीच में एक बात रखी कि हमारी जितनी भी पॉलिसीज है चाहे वह सेंटर गवर्नमेंट की है चाहे वह स्टेट की है। और सभी पॉलिसीस इंडस्ट्रीज के फर्स्ट लेवल ऑफ वेस्ट को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यानी कि जो वेस्ट बॉयलर से निकलता है सॉलिड , लिक्विड और गैस के रूप में । क्या इंडस्ट्रियल वेस्ट केवल और केवल यही है ? नहीं मैंने यह प्रश्न उठाया की ये केवल इंडस्ट्रियल वेस्ट में काउंट नहीं होगा एक सैकेंड लेवल ऑफ वेस्ट भी है । जिससे हमें इंडस्ट्रियल वेस्ट में काउंट करना होगा । जब प्रोडक्ट कंज़यूमर या कस्टमर एंड पर पहुंचता है और प्रोडक्ट अनपैक होता है तो पैकिंग का वास्ते भी इंडस्ट्रियल वास्ते माना जाए। क्योंकि आज चाहे फूड इंडस्ट्री है चाहे टेक्सटाइल इंडस्ट्री एंड इंडस्ट्री है या कोई भी इंडस्ट्री है और उन सभी इंडस्ट्रीज में पैकेजिंग को लेकर कोई भी ठोस पॉलिसी नहीं हैं । जिसके कारण चाहे वह लघु उद्योग कर्मी है चाहे वह मध्यम उद्योग कर्मी है और चाहे वह लार्ज स्केल इंडस्ट्रीज है पैकिंग में प्लास्टिक और पॉलीथिन का भरपूर इस्तेमाल किए जा रहे है। कोई खास पॉलिसी ना होने के कारण आज हमारे सामने पौलिथिन और प्लास्टिक का अंबार है। एक बहुत बड़ा पहाड़ है। और हम आम लोगों और आम जनता ही परेशान नहीं है। सभी लघु उद्योग कर्मी मध्यम स्केल इंडस्ट्रीज भी इससे परेशान है । पार्किंग को लेकर जिसमें पौलिथिन और प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम हो और अगर कोई उद्योगकर्मी ज्यादा इन चीजों का इस्तेमाल करता है तो उसकी प्रोडक्ट मान्य ना हो। इसकी पॉलिसी अगर बनाई जाती है तो शायद एक टाइम के बाद हमें पौलिथिन और प्लास्टिक की समस्या एक विकराल रूप लेती जा रही है समस्या से निजात मिल सके । यह तो एक ही बात थी क्योंकि उस इतने बड़े सम्मेलन में मुझे सिर्फ एक मिनट का समय मिला बोलने के लिए हजारों लोगों के बीच में सिर्फ दो तीन लोगों को बोलने का मौका मिला था। और मैंने अपनी बात रखी। उम्मीद करती हूं कि आने वाले समय में सरकार सेंट्रल और स्टेट की पॉलिसी बनाएंगे । और इस धरती को हमारी प्रकृति को पौलिथिन और प्लास्टिक मुक्त बनाने में हमारी मदद करेंगे मैं निरंतर अपनी बातें सरकार तक पहुंचा रही हूं आप सबका सहयोग चाहिए और जब भी सरकार मेरा सहयोग चाहेगी मैं अपने विचार अपनी रिसर्च तक पहुंच जाऊंग।
जल स्टार रमेश गोयल
National President,
Paryavaran Prerana,
(National Organisation dedicated to Tree Plantation and Save Trees,
Water and Energy Conservation, Pollution Control and Cleanliness)
09416049757
Head Off. 24, Ist floor, Old Rajender Nagar Market, Delhi-110060
Admin off. 20 RSD Cololy, Sirsa-125055 (Haryana)
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