मार्च के अंत तक प्रतिदिन 30 किलोमीटर राजमार्गों के निर्माण का लक्ष्‍य- श्री नितिन गडकरी

मार्च के अंत तक प्रतिदिन 30 किलोमीटर राजमार्गों के निर्माण का लक्ष्‍य- श्री नितिन गडकरी
 पेसूक ——–केन्द्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग और नौवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में राजमार्गों के निर्माण में तेजी आई है जो अब 18 किलोमीटर प्रतिदिन हो गई है और इस वर्ष में मार्च अंत तक यह लक्ष्‍य बढ़कर 30 किलोमीटर प्रतिदिन हो जायेगा। श्री गडकरी आज जयपुर में अखिल भारतीय क्षेत्रीय सम्‍पादकों के सम्‍मेलन को सम्‍बोधित कर रहे थे। उन्‍होंने कहा कि उनका लक्ष्‍य देश में प्रतिदिन 100 किलोमीटर राजमार्गों के निर्माण की क्षमता को विकसित करना है। श्री गडकरी ने कहा कि वर्तमान के 97,000 किलोमीटर से इसका लक्ष्‍य बढ़ाकर 1.5 लाख किलोमीटर से ज्‍यादा सड़कों का निर्माण, राष्‍ट्रीय राजमार्गों के रूप में करने का है और इसमें राज्‍यों से चर्चा करने के बाद इसे 1.75 लाख किलोमीटर तक किया जा सकता है।

नई निर्माणाधीन सड़कों का विवरण देते हुए गडकरी ने कहा कि दिल्‍ली-जयपुर राजमार्ग पर अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष कार्य भी जल्‍दी ही पूरा कर लिया जायेगा। उन्‍होंने कहा कि उत्तराखण्‍ड में कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए आसान रास्‍ता बनाने के लिए कार्य जारी है जिसे ऑस्‍ट्रेलिया से खरीदी गई मशीनों द्वारा पूरा किया जा रहा है। श्री गडकरी ने कहा कि उत्तराखण्‍ड में केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ने के क्रम में 900 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है जिस पर 11,700 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और यह कार्य वर्ष 2020 तक पूरा हो जायेगा।

मंत्री महोदय ने सड़क निर्माण संबंधी कुछ कदमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्‍लास्टिक के अपशिष्‍ट से बनी सड़कें, तार रोड निर्माण में 7-8 प्रतिशत तक मिश्रित हो सकती हैं। उन्‍होंने कहा कि ठोस अपशिष्‍ट का प्रयोग दिल्‍ली और मेरठ के नये राजमार्ग के निर्माण के लिए किया जायेगा।

उन्‍होंने कोलतार सतह के साथ सड़क निर्माण में सीमेंट और कंक्रीट के उपयोग पर बल दिया। श्री गडकरी ने कहा कि राजमार्गों पर लगभग 80 प्रतिशत ट्रैफिक की वृद्धि हुई है। उन्‍होंने कहा कि दुर्घटनाओं को कम करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री महोदय ने कहा कि 726 अधिक दुर्घटना बहुल क्षेत्रों की पहचान की गई है जिसके लिए 11,000 करोड़ रुपये निर्धारित किये गये हैं। उन्‍होंने कहा कि अगले 5 सालों में 50 प्रतिशत तक सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का लक्ष्‍य रखा गया है।

प्रदूषण के मुद्दे पर बोलेते हुए गडकरी ने परिवहन के लिए इथेनॉल, बायो-डीजल, बायो-सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग करने की जरूरत पर बल दिया। उन्‍होंने जानकारी दी कि अप्रैल 2020 तक देश में बीएस VI उत्‍सर्जन नियम लागू होंगे। श्री गडकरी ने जलमार्गों के विकास पर भी बल दिया और कहा कि राष्‍ट्रीय जलमार्ग विधेयक, 2015 लोकसभा में पारित हो चुका है उसे आने वाले बजट सत्र के दौरान राज्‍य सभा में प्रस्‍तुत किये जाने की संभावना है। 5 मौजूदा राष्‍ट्रीय जलमार्गों सहित राष्‍ट्रीय जलमार्गों की संख्‍या 111 हो जायेगी।

श्री गडकरी ने कहा कि कच्छ के कोरी क्रीक से राजस्थान के जालौर में नौवहन नहर के निर्माण के लिए पर्यावरणीय प्रभावों का अध्‍ययन शुरू हो गया है यह मार्च 2016 तक पूरा हो जायेगा। उन्‍होंने कहा कि इन्दिरा गांधी नहर के नौगम्‍य हिस्‍सों का निर्धारण करने के लिए अध्‍ययन जारी है।

श्री गडकरी ने कहा कि देश में बन्‍दरगाह विकास के प्रोत्‍साहन के लिए सागरमाला प्रोग्राम को रखा गया है। उन्‍होंने कहा कि भारत के समुद्री तट और समुद्री क्षेत्र के विकास के लिए राष्‍ट्रीय परिपेक्ष्‍य में एक योजना तैयार की जा रही है। उन्‍होंने बन्‍दरगाहों के आधुनिकीकरण, मशीनीकरण पर जोर दिया तथा कहा कि सरकार देश में स्‍मार्ट बन्‍दरगाहों का निर्माण करने की योजना बना रही है। यहां अपशिष्‍ट जल को पूरी तरह साफ किया जायेगा। इन स्‍थानों पर आधुनिक अस्‍पताल, इंजीनियरिंग कॉलेज और आईआईटी भी खोले जायेंगे।

मंत्री महोदय ने जानकारी दी कि जल विकास मार्ग, राष्‍ट्रीय जलमार्ग-: वाराणसी, साहिबगंज (झारखण्‍ड) और हल्दिया में आधुनिक बहुविविध टर्मिनल, गंगानदी को विकसित किया जा रहा है। श्री गडकरी ने कहा कि हल्दिया से फरक्‍का के बीच नदी सूचना प्रणाली के पहले चरण का उद्घाटन हो चुका है।

Related post

ऊर्जा सांख्यिकी भारत 2025

ऊर्जा सांख्यिकी भारत 2025

PIB Delhi —– सांख्यिकी  और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वार्षिक प्रकाशन…
156 एलसीएच, प्रचंड की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 62,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंधों पर हस्ताक्षर

156 एलसीएच, प्रचंड की आपूर्ति के लिए एचएएल के साथ 62,700 करोड़ रुपये के दो अनुबंधों…

PIB —- रक्षा मंत्रालय  ने एक फ्लाइट रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट की वेट लीजिंग के लिए मेट्रिया मैनेजमेंट…
भारत की कार्बन ऑफसेट योजना धरातल पर उतरी

भारत की कार्बन ऑफसेट योजना धरातल पर उतरी

 PIB Delhi ——- भारत के उत्सर्जन तीव्रता में कमी लाने की प्रतिबद्धता के तहत, भारत सरकार…

Leave a Reply