- December 1, 2015
मात्स्यकी महाविद्यालय भवन का लोकार्पण -गृह मंत्री
जयपुर – गृह मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया ने समाज के उन्नयन एवं राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की अहम् भूमिका को रेखांकित करते हुए नई पीढ़ी के सुनहरे भविष्य को निखारने के लिए पूर्ण निष्ठा, लगन एवं समर्पण से काम करने का आह्वान किया है।
गृह मंत्री श्री कटारिया सोमवार को उदयपुर में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक ”मात्स्यकी महाविद्यालय” के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि पद से संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने मात्स्यकी महाविद्यालय के भवन के लोकार्पण के साथ ही महाविद्यालय की वैबसाइट ”डब्लू.डब्लू.डब्लू.सीओएफ.एसी.इन” भी जारी की।
गृह मंत्री ने अध्यापन को सम्मानित पेशे का दर्जा देते हुए कहा कि शिक्षकों को चाहिए कि वे अपने सामथ्र्य को पहचानें और सामाजिक नवनिर्माण एवं राष्ट्रीय उत्थान में अपनी सशक्त भागीदारी निभाएं।
गृह मंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने को प्राप्त समय का पूरा-पूरा सदुपयोग करें और मात्स्यकी के माध्यम से क्षेत्र के विकास में अपनी बेहतर भूमिका के साथ आगे आएं। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार, महाविद्यालय एवं विद्यार्थियों को नवनिर्मित भवन एवं परीक्षा में सफलता के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी. के. दशोरा ने महाविद्यालय की स्थापना की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रदेश की झीलों के संरक्षण व मात्स्यकी के क्षेत्र मे महाविद्यालय के योगदान की जानकारी दी।
प्रो. दशोरा ने महाविद्यालय की नारू उन्मूलन, भाभा परमाणु अनुंसंधान केंद्र मुम्बई द्वारा प्रायोजित परियोजनाओं, राष्ट्रीय स्तर की सेमानार के आयोजन व बहुरंगी मछली पालन सहित अनेक उपलब्धियाँ गिनाते हुए आशा व्यक्त की कि शिक्षण-प्रशिक्षण के माध्यम से जलकृषि द्वारा स्वरोजगार के सृजन में महाविद्यालय सार्थक एवं उल्लेखनीय योगदान करेगा।