• July 11, 2016

मातृशक्ति का सकंल्प समाज को बदलने में सक्षम: अनिता यादव

मातृशक्ति का सकंल्प समाज को बदलने में सक्षम: अनिता यादव
झज्जर, 11 जुलाई। जिला उपायुक्त अनिता ने सोमवार को डीआरडीए भवन में स्वयं सहायता  समूह की स्वच्छता प्रेरक  महिलाओं की बैठक को संबोंधित करते हुए कहा कि मातृशक्ति के  सकंल्प ने हमेशा समाज को बदलने का काम किया है। जिले को खुले में शौच मुक्त बनाने का  सकंल्प जागरूक महिलाओं ने लिया है, हमें पूरी उम्मीद है कि मातृशक्ति के सकंल्प से लक्ष्य  को तय समय सीमा से पहले ही हासिल कर लेगें।11july photo3
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के  तहत प्रथम  चरण में 19 गांवों को शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इन 19 गांवों में दो जुलाई से   स्वयं सहायता समूह की महिला प्रेरकों ने खुले में शौच मुक्त गांव बनाने का अभियान चलाया  हुआ है।  बैठक में स्वयं सहायता समूह की महिला प्रेरकों ने उपायुक्त को बताया कि गांवों में  खुले में शौच मुक्त बनाने को लेकर लोगों की सोच बदली है।
उपायुक्त ने कहा कि बिमारी मुक्त समाज के निर्माण के लिए खुले में शौच मुक्त गांव  बनाना अनिवार्य है। बिमारी मुक्त गांव होने से ईलाज पर खर्च होने वाले धन को हम अपने  जीवन स्तर को सुधारने और बच्चों शिक्षा पर खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति  अपने जागरूकता अभियान के दौरान लोगों खासकर महिलाओं को यह समझाएं कि स्वच्छ  माहौल से ही बिमारियों से छुटकारा मिल सकता है।
स्वच्छता की शुरूआत घर से करते हुए  मौहल्ले और पूरे गांव को साफ-सुथरा बनाना होगा। एक घर में सफाई होने से दूसरे घरों की  मक्खियां बिमारी फैलाएंगी। यह तभी संभव है जब पूरा गांव खुले शौच मुक्त हो ,साफ सुथरा  हो। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त डा.नरहरि बांगड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की का  स्वच्छ भारत का जो सपना है उसे जिले में तेजी से पूरा करने में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी  महिलाएं अपनी भागीदारी करें। उन्होंने कहा महिलाओं ने इस दिशा में जो अलख जगाने का  काम शुरू किया है उसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। इस अवसर पर दुजाना  गांव की एक छात्रा ने स्वच्छता अभियान पर आम जन को जागरूक करने के लिए बनाया गया  पोस्टर भी उपायुक्त को भेंट किया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी योगेश पराशर  सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
बेटियों को बचाने की मुहिम की भी कर्णधार बने:
उपायुक्त ने जिले भर की स्वयं सहायता समूह की प्रतिनिधि महिलाओं से आह्वान किया कि  नारी शक्तिवाहिनी है। महिलाएं जब किसी काम को संकल्प के साथ ठान लेती हैं तो वो उद्देश्य  अपेक्षा के अनुरूप पूरा होता है। उन्होंने कहा स्वच्छता अभियान के साथ-साथ महिलाएं जिले में  बेटियों को बचाने की मुहिम में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। महिलाएं गांव के घर-घर  में इस बात को समझाएं कि आज के दौर में बेटियां किसी भी तरह से बेटों से कम नहीं है  जरूरत केवल सोच बदलने भर की है।
डायरिया नियंत्रण अभियान——-–राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन के तहत उपायुक्त अनिता यादव के निर्देशानुसार जिले  में सोमवार से डायरिया नियंत्रण अभियान का आगाज हुआ। नागरिक अस्पताल में मुख्य  चिकित्सा अधिकारी डा. श्रीराम सिवाच ने रिबन काटकर अभियान का शुभारंभ किया।  सीएमओ ने अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि 11 से 23 जुलाई तक स्वास्थ विभाग  जीरो से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों के स्वास्थ जांच, आशा वर्कर्स द्वारा  घर-घर जाकर  ओ आर एस के पैकेट वितरित करना, डायरिया से बचाव व रोकथाम के लिए माताओं को  जागृत  करना, डायरिया की रोक थाम के लिए ओ आर एस व जिंक के बारे में जानकारी देना  अभियान का मकसद रहेगा। उन्होंने बताया कि स्वास्थ विभाग के आकड़ों के आधार पर यह  पाया गया है कि डायरिया जीरो से पांच वर्ष तक  की आयु के  बच्चों के लिए घातक सिद्ध हुआ  है।
डा. सिवाच ने कहा कि अभियान का मकसद जीरों से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों की  डायरिया से होने वाली अकाल मौत को रोकना है। अभियान को सफल बनाने के लिए विभाग  11 से 23 जुलाई तक सघन जागरूकता अभियान चलाएगा, इसके लिए विस्तृत रूपरेखा तैयार  की गई है। आशा वर्कर्स 11 से 23 तारीख तक घर-घर जाकर ओ आर एस के पैकेट वितरित  करेगी।
एएनएम सभी गांवों में साफ-सफाई, शौचालय के उपयोग, हैंडवाश सहित डायरिया की  रोकथाम से संबंधित जानकारी देगीं। महिला एवं बाल विभाग के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर  ओआरएस कार्नर बनाए जाएंगे। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता माताओं व परिजनों को डायरिया की  रोकथाम की विस्तार से जानकारी देगीं साथ ही घर पर ओआरएस बनाने की विधि बताएंगी।
सीएमओ ने बताया कि जिले के  सभी स्कूलों में छात्रों  को हैंडवाश का महत्व समझाया  जाएगा साथ ही हैंडवाश की सरल विधि बताते हुए खाना खाने से पहले और बाद में हैंडवााश  करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उपायुक्त महोदया ने बैठक में जनस्वास्थ  विभाग को निर्देश दिए हैं कि पेयजल के प्रतिदिन सैंपल लिए जाएं। वाटर टैंक साफ रखे जाएं।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों को खुले में शौचमुक्त  गांव बनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डायरिया अशुद्ध पेयजल और गंदगी  से फैलता है। सीएमओ ने लोगों से डायरिया की रोकथाम में सहयोग का आहवान किया।  उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से ही अभियान को सफलता मिलेगी। शुभारंभ समारोह में  नागरिक अस्पताल के डाक्टर्स, व स्टाफ भी मौजूद रहे।

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