• March 20, 2015

महिला स्वयं सहायता समूह: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम – महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री

महिला स्वयं सहायता समूह: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम   – महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री

जयपुर -महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने गुरूवार को महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए उत्पादों के विपणन एवं प्रदर्शनी का अवलोकन किया और इस अवसर पर लगाए मेले को भी देखा। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के मेलों से न केवल महिलाओं को संबल मिलता है बल्कि वे आर्थिक और सामाजिक रूप से भी सशक्त होती हैं।

श्रीमती भदेल ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों का मकसद असंगठित ग्रामीण महिलाओं को संगठित करना, महिला समूह को छोटी-छोटी बचत के लिए प्रेरित करना तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने के साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन प्रदेश भर में आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे महिलाएं सशक्तीकरण की दिशा में अग्रसर हो सकें।

उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर स्वयं सहायता समूह हाट बाजार आयोजन किया जाता है। ये हाट बाजार महिलाओं के उत्पादों को एक अच्छा बाजार उपलब्ध करवाते हैं। इससे उन्हें जहां एक ओर उत्पादों के निर्माण के लिए प्रेरणा मिलती है, वहीं दूसरी ओर उनका आत्मविश्वास भी मजबूत होता है।

महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा अमृृता हाट मेले में गारमेन्टस, मोलेला, जूतियां, हैंडीक्राफ्टस, मसाले, आचार, मुरब्बा, लकड़ी का सामान, खिलौने, मिट््टी की कलाकृतियां, सूती साडिय़ां, ऑर्गेनिक गुड़, आर्टिफिशियल ज्वैलरी एवं फूलकारी के पंजाबी सूट भी हाट का आर्कषण बने हुए हंै। राजसंमद का मोलेला, सीकर एवं अलवर से आई जूतियां लोगों को खासी पसंद आ रही हैं।

उल्लेखनीय है कि 22 मार्च तक चलने वाले इस मेले में विभिन्न राज्यों की लगभग 180 स्टॉल्स लगाई गई हैं। इसमें राजस्थान के अलावा महाराष्ट्र, छतीसगढ़, उतराखंड, कर्नाटक, बिहार, पंजाब, उत्तरप्रदेश और जम्मू-कश्मीर राज्यों के महिला स्वयं सहायता समूह सक्रिय रूप से भागीदारी निभा रहे हैं।

प्रदर्शनी और मेले के अवलोकन के दौरान विशिष्ठ सचिव श्री एच.एल. अटल, निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं, डॉ. पृथ्वीराज, अतिरिक्त निदेशक (स्वयं सहायता समूह) श्रीमती मुक्ता अरोड़ा, अतिरिक्त निदेशक (महिला अधिकारिता) श्री जे.पी. बुनकर समेत कई अधिकारी वहां मौजूद थे।

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