- March 9, 2017
महिला दिवस—पर्यावरण बचाओं का संदेश- युद्धवीर लांबा
झज्जर/बहादुरगढ़ (पत्रकार गौरव शर्मा)——8 मार्च अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला मुख्यालय के अंतिम छोर पर बसे वीरों की दवभूमि कहे जाने वाले धारौली गांव की मां-मातृभूमि सेवा समिति की ओर से बुधवार को द्वारा धारौली गाँव में सार्वजनिक स्थान पर एक पीपल और एक छायादार किस्म के पेड़ लगाकर स्वर्गीय हरबीर लांबा को विशेष श्रद्धांजलि दी गई।
दिवंगत हरबीर लांबा के बेटा रवि लांबा व बेटी रिया लांबा ने धारौली के सरपंच रमेश कुमार की उपस्थिति में सार्वजनिक स्थान पर एक पीपल और एक छायादार किस्म के पेड़ लगाया । आपको बता दें कि 30 साल के हरबीर लांबा का 18 फरवरी 2017 को स्वर्गवास हो गया था । दिवंगत हरबीर लांबा अपने माँ बाप का इकलौता संस्कारी बेटा था ।
पौधा लगाने के बाद रमेश कुमार, सरपंच, धारौली ने कहा हम सभी का फर्ज है कि हम वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए आस-पास छायादार पौधे लगाएं। हमें पर्यावरण को बचाने के लिए खुद शुरुआत करनी चाहिए । पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को पहल करनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा पौधों रोपण कर उनका संरक्षण करना चाहिए।
युद्धवीर सिंह लांबा, अध्यक्ष “मां-मातृभूमि सेवा समिति” ने कहा कि हमें बच्चों के जन्म दिन, विवाह, त्यौहार या अन्य खुशी के अवसर पर पेड़ लगाने चाहिए और अपने पर्यावरण को संरक्षित करें। हमारे बुजुर्गों ने जो पेड़ लगाए थे आज हमें वो छाया और फल दे रहे हैं। इसलिए हमें भी आने वाली पीढिय़ों के लिए पेड़ लगाने चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार एक पीपल, एक बरगद के पेड़ लगाने से मनुष्य को कभी भी नरक का गमन नहीं करना पड़ेगा, अर्थात उसे कभी नरक में नहीं जाना पड़ेगा। भविष्य पुराण में वर्णन मिलता है कि पीपल के तीन पेड़ लगाने से सद्गति मिलती है। उन्होंने ने कहा कि गाँव खोरड़ा में किसी भी व्यक्ति/महिला की मृत्यु होने पर गाँव में सार्वजनिक स्थानों पर एक पौधे/ पेड़ लगाए जाने की अच्छी परंपरा हैं।