- January 3, 2016
महिलाओं को परिवहन सुविधा और सुरक्षा :: कुपोषण के खिलाफ अभियान
महिलाओं को परिवहन सुविधा और सुरक्षा
छत्तीसगढ़ ००० राज्य सरकार ने सूचना प्रौद्योगिकी और उससे संबंधित सक्षम सेवा उद्योगों में कार्यरत महिलाओं को सवेरे सात बजे के पहले और रात्रि नौ बजे के बाद कार्य नियोजित किए जाने पर उनके निवास स्थान से कार्य स्थल और कार्य स्थल से निवास तक परिवहन और सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।
श्रम विभाग ने यहां मंत्रालय (महानदी भवन) से इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है। यह अधिसूचना छत्तीसगढ़ दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 के प्रावधानों के अनुसार जारी की गई है। अधिसूचना के तहत सूचना प्रौद्योगिकी स्थापना और सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवा उद्योग में कार्यरत महिलाओं को घर से कार्य स्थल और कार्य स्थल से घर तक आने-जाने के लिए परिवहन और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था उनके नियोजकों द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि प्रत्येक कर्मचारी को साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा और अधि-समय कार्य के लिए कर्मचारी को दुकान एवं स्थापना अधिनियम 1958 अधिनियम की धारा 55 के प्रावधानों के तहत दोगुनी दर से वेतन की पात्रता होगी। यह अधिसूचना पिछले महीने की 23 तारीख को जारी की गई है।
कवर्धा ——-कुपोषण के खिलाफ अभियान ०००००००००००००० छत्तीसगढ़ राज्य पिछडा वर्ग आयोग अध्यक्ष डॉ. सियाराम साहू ने आंगनबाड़ी गुणवत्ता अभियान की सराहना की। उन्होने कुपोषण के खिलाफ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान एवं प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया है। उनके इस संकल्प को पूरी प्रतिबद्धता के साथ हमसभी को मिलजुल कर पूरा करना होगा।
डॉ. साहू आज यहा जिला पंचायत के सभा कक्ष में आगामी 4 जनवरी से प्रारंभ हो रहे आंगनबाड़ी गुणवत्ता उन्नयन अभियान हेतु आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि आंगनबाड़ी गुणवता उन्नयन अभियान के दौरान जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषण की दर 15 प्रतिशत से कम होगें वाहं उनके द्वारा पांच हजार रूपए का सम्मान उस आंगनबाड़ी केन्द्र को विशेष रूप से प्रोत्साहन के रूप में प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी के संदेश एवं महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशिला साहू के संदेश भी प्रसारित किए गए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री धनंजय देवांगन द्वारा कार्यक्रम की रणनीति एवं तैयारियों पर चर्चा कर जिले में कुपोषण की स्थिति वजन त्यौहार 2012, 2013, 2014 एवं 2015 के आकडों की समीक्षा की गई। इस आधार पर जिले में वर्तमान में लगभग 30 प्रतिशत कुपोषण की दर को 6 माह की समयावधि में 15 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य रखा गया तथा इसके लिए आवश्यक कार्ययोजना एवं अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु योग्य बालमित्र एवं आंगनबाड़ी मित्रों के चयन करनेे कहा गया।
आंगनबाडी केन्द्रों के सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन तथा सामुदायिक सहभागिता से इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु तत्पर प्रयास करने पर्यवेक्षकों एवं परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बाल मित्रों एवं आंगनबाड़ी मित्रों से सतत् संपर्क बनाए रखने एवं उनके सहयोग से कुपोषण में कमी एवं आंगनबाडी केन्द्रों की सेवाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए गए। उन्होने आंगनबाडी केन्द्रों में शत प्रतिशत उपस्थिति, कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य जांच एवं गर्भवती माताओं के ए.एन.सी. जांच शत प्रतिशत कराए जाने के लिए निर्देशित किया है।
उल्लेखनीय है कि बच्चों मे व्याप्त कुपोषण को कम करने तथा आंगनबाड़ी केन्द्र की सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने जिले मंे कुपोषण के स्तर को कम करने, प्रत्येक हितग्राही तक आंगनबाड़ी केन्द्र की सेवाओं का लाभ पहुचाने एवं कुपोषण के विरूद्ध जनवातावरण तैयार करने के लिए 4 जनवरी से 13 जनवरी तक आंगनबाड़ी गुणवता उन्नयन अभियान का संचालन किया जा रहा है।
जिला पचायत में आयोजि इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा अगम अनंत ,श्रीमती सुषमा देवी चंद्रवशी सदस्य जिला पंचायत, श्रीमती सावित्री साहू सदस्य जिला पंचायत,श्री रामचंद्र साहू अध्यक्ष न.प. पाण्डातराई, श्री चुनवा खान,श्रीमती भगवंतीन अहिरवार,श्रीमती अनिता साहू , श्रीमती सुशीला धुर्वे पार्षद कवर्धा उपस्थित थे।