- August 1, 2018
महिलाओं के उत्थान में स्वयं सहायता समूहों की अहम भूमिका-डा0 महेन्द्र सिंह
70 लाख सोलर लैम्प वितरित करने का लक्ष्य
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लखनऊ :—— उत्तर प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि ग्रामीण अंचलों की महिलाओं को सशक्त बनाकर स्वरोजगार उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों को सराहना करते हुए कहा कि उ0प्र0 में सोलर लैम्प बनाने की पहली कम्पनी सोनभद्र में स्थापित की जायेगी। इससे आस-पास के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं की रोजगार के साथ ही आमदनी बढ़ेगी।
ग्राम्य विकास मंत्री आज सरोजनीनगर विकास खण्ड के बेती गांव में सोलर ऊर्जा लैम्प योजना के शुभारम्भ के अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान कर रही है, इसके साथ ही प्रदेश की सरकार महिलाओं को समर्थ बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं में उनकी उपस्थिति दर्ज करा रही है।
डा0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि आज महिलाएं घरो से निकलकर अपनी दिनचर्या के जरूरी कामों के साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर अपनी ग्रहस्थी चला रही है। उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि अपनी संस्कृति, संस्कार और मर्यादा को बनाये रखते हुए आगे बढ़े और प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में अधिकतम योगदान सुनिश्चित करे।
ग्राम्य विकास मंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड जैसे पिछड़े क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए डेरी की स्थापना की जायेगी और इसका संचालन महिलाएं करेंगी।
उन्होंने कहा कि 70 लाख सोलर लैम्प वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 3.70 लाख लैम्प बच्चों को वितरित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि महिलाएं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े और आयुष्मान भारत, उज्ज्वला, प्रधानमंत्री आवास योजना, विभिन्न पेंशन, बेटी बचाव बेटी पढ़ाओ आदि योजनाओं का लाभ उठायें।
इसके पूर्व उन्होंने बेती में प्राथमिक एवं जूनियर विद्यालय के बच्चों को सोलर लैम्प वितरित किया और पाठशाला के परिसर में वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली समूहों को प्रमाण-पत्र भी सौंपे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यमंत्री महिला कल्याण एवं परिवार कल्याण, एनआरआई, श्रीमती स्वाती सिंह
ने उनके विधान सभा क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित किये जाने के लिए ग्राम्य विकास मंत्री तथा ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
अपने सम्बोधन में राज्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं आज के दौर में किसी से पीछे नहीं है और जीवन के हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। केन्द्र व राज्य सरकार महिला सशक्तीकरण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरोजनीनगर विकास खण्ड में 600 से ज्यादा महिला स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। इसके साथ ही कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर भी सुलभ कराये जा रहे है।
ग्राम्य विकास आयुक्त एवं मिशन निदेशक श्री एन0पी0 सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के उत्थान में स्वयं सहायता समूहों की अहम भूमिका है। स्वयं सहायता समूहों की सक्रियता से महिलाओं में जहां एक ओर आत्मविश्वास बढ़ा है वही दूसरी ओर साहूकारी प्रथा से भी छुटकारा मिला है। इसके साथ ही एक दूसरे के साथ जुड़ने से सामाजिक सदभाव में बढ़ोत्तरी हुई है और भेद-भाव जैसी कुरीतियों पर भी अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को लोकतंत्र की पाठशाला कहा जाये तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
ग्राम्य विकास आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा महिलाओं के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए सभी विकास खण्ड अधिकारियों को महिला समूहों को जागरूक करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि 29 जनपदों के 115 विकास खण्डों में विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जायेंग।े उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार का व्यवधान न आये इसके लिए सोलर लैम्प पढ़ने वाले छात्रों को वितरित किया जा रहा है। सोलर ऊर्जा लैम्प की विभिन्न खूबियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
आई0टी0 मुम्बई से पधारे प्रो0 चेतन सिंह सोलंकी ने इस अवसर पर सी0डी0ओ0 लखनऊ श्री मनीष बंसल, ब्लाक प्रमुख सुश्री निशा यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी समेत ग्राम्य विकास एवं श्रम विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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