- May 3, 2017
महाराष्ट्र के दलितों की समीक्षा –बीजेपी एक शोषक पार्टी —-सुश्री मायावती
लखनऊ, 03 मई, 2017: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती ने महाराष्ट्र व तेलंगाना राज्य में बी.एस.पी. के वरिष्ठ व ज़िम्मेवार पदाधिकारियों के साथ बैठक करके उन राज्यों में पार्टी के कार्यकलापों, संगठन की तैयारियों के साथ-साथ सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने सम्बन्धी गतिविधियों तथा वहाँ के राजनीतिक हालात के बारे में गहन विचार-विमर्श व समीक्षा की।
देश के ग़रीबों, मजदूरों, दलितों, पिछड़ों आदि के मसीहा बाबा साहेब डा. अम्बेडकर की मुख्य कर्मभूमि होने व उनके ऐतिहासिक संघर्षों के गवाह बनने वाले राज्य महाराष्ट्र के दलितों में राजनीतिक चेतना की कमी का ही परिणाम है कि गरीब, किसान व दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गाें के करोड़ों लोग आज भी पहले की तरह ही शोषित, उपेक्षित व तिरस्कृत हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया कि महाराष्ट्र में आर.एस.एस. का बीजेपी सरकार पर जबर्दस्त नियन्त्रण व हस्तक्षेप है तथा वहाँ की बीजेपी सरकार की ग़रीब-विरोधी व धन्नासेठ-समर्थक नीतियों व ग़लत कार्यकलापों के कारण ग़रीब और ज़्यादा ग़रीब तथा अमीर और ज़्यादा अमीर होते चले जा रहे हैं।
दलित व अन्य पिछड़े वर्ग के ताल्लुक रखने वाले ज़्यादातर छोटे व मझोले किसानों की हालत लगातार दयनीय बनी हुई है। उनकी कर्ज माफी नहीं की जा रही है और वे कर्ज के बोझ में डूबे हुये हैं जिस कारण वे आत्महत्या करने तक को मजबूर होतेे रहते हैं, लेकिन बीजेपी सरकार इन मामलों में भी काफी उदासीन बनी हुई है।
सुश्री मायावती ने कहा कि केन्द्र व विभिन्न राज्यों में बीजेपी की सरकार बन जाने के बाद यह पार्टी एक शोषक पार्टी के रुप में भी उभरी है। उत्तर प्रदेश व उसकी राजधानी लखनऊ में अभी हाल ही में पेट्रोल पम्पों में जनता को लूटने के जिस बड़े घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है उसमें भी इसी पार्टी से जुड़े या इनके समर्थक लोगों की ही भूमिका बेनकाब हुई है।
बीजेपी एण्ड कम्पनी के लोग देशभक्ति व राष्ट्रवादी एवं गोरक्षा आदि का नारा बुलन्द करने लगते हैं ताकि इनके काले कारनामों पर लोगों का ध्यान ना जायें।
महाराष्ट्र व तेलंगाना के लोगों को कैडर के आधार पर पार्टी को तैयार करने का दिशा-निर्देश देते हुये सुश्री मायावती ने कहा कि बीजेपी की संकीर्ण, विभाजनकारी नीति तथा दिखावटी व छद्म देशभक्ति व राष्ट्रवाद एवं गोरक्षा आदि का लगातार पर्दाफाश जनता में होता जा रहा है और लोगोंं का जल्द ही इनसे मोहभंग ज़रूर हो जायेगा।
बी.एस.पी. राज्य कार्यालय उ.प्र.
12 माल ऐवेन्यू, लखनऊ
टिप्पणी—आरक्षित —कुल — 52 % जातियों का वर्गीकरण —
अनुसूचित जाति और बौद्ध परिवर्तित-13 %, अनुसूचित जनजाति-7 % (इर्द-गिर्द क्षेत्र),पिछड़ा वर्ग-19 %, विशेष पिछड़ा वर्ग – 2 % , बाल्मीकि – 3 %, घुमन्तु
जाति – 2.5 %, घुमन्तु धांगड़ – 3.5%, घुमन्तु बंजारी – 2 %
संपादक-शैलेश कुमार