महाराणा प्रताप देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं -केन्द्रीय गृह मंत्री

महाराणा प्रताप देश ही नहीं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं  -केन्द्रीय गृह मंत्री

जयपुर – केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। प्रताप न केवल वीर, शूरवीर और देशभक्त थे, बल्कि उनमें जीवन मूल्यों के गुण कूट-कूट कर भरे थे। उन्होंने कहा कि सरकार महाराणा प्रताप के जीवन से  प्रेरणा लेने के लिए उनकी शौर्य गाथा का दुनियाभर में प्रचार-प्रसार करने का प्रयास कर रही है। इस वर्ष महाराणा प्रताप की 475वीं जयंती देशभर में मनाई जाएगी।IMG_0036

श्री सिंह रविवार को प्रतापगढ़ कलक्ट्रेट परिसर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप वीरता, शौर्य व पराक्रम की प्रतिमूर्ति थे। उन्हें किसी भूगोल की सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है। वे महिला सम्मान के रक्षक थे। उनका जीवन आदर्श पर आधारित था। इसीलिए उन्हें सदियों के बाद भी आदर से याद किया जाता है।

उन्होंने राजस्थान को वीरों की भूमि बताते हुए पन्नाधाय व भामाशाह के त्याग तथा मीरा बाई की भक्ति को याद किया। उन्होंने कहा पन्नाधाय की युक्ति, भामाशाह की सम्पत्ति, मीरा की भक्ति और महाराणा प्रताप की शक्ति इस देश को महान् बनाती है। इनसे नौजवानों ने देशभक्ति की प्रेरणा ली और देश को आजाद कराया। उन्होंने चन्द्रशेखर आजाद व अशफाक उल्ला खां की देशभक्ति को भी याद किया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने महाराणा प्रताप की जीवन गाथा को राजस्थान की तर्ज पर देशभर के बच्चों को पढ़ाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि वह महाराणा प्रताप की जीवनी केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में शामिल करवाने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय से बात करेंगे।

धर्मगुरू 1008 ध्यानयोगी महर्षि उत्तम स्वामी ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जीवनी को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी बताया। उन्होंने गृह मंत्री से कहा कि वे सरकारी स्तर पर ऐसी प्रतियोगिताएं कराने का प्रयास करें, जिससे घर-घर में महाराणा प्रताप जैसे देशभक्त बनें। राज्यसभा सांसद श्री वी.पी. सिंह बदनोर ने केन्द्रीय गृह मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करना चाहिए, जिससे प्रदेश के युवाओं को नौकरियों में ज्यादा मौके मिल सकें।

उन्होंने हथियार लाइसेंस जारी करने व नवीनीकरण की प्रक्रिया सरल करने की भी मांग रखी। इस पर गृह मंत्री ने राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि देश के कोने-कोने से विभिन्न भाषाओं को मान्यता देने की मांग चल रही है। इस पर सरकार गंभीर है और वह प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात करेंगे। आम्र्स लाइसेंस पर गृह मंत्री ने कहा कि सरकार इस संबंध में नई नीति बना रही है, वेबसाइट पर लोगों की राय जानी जा रही है। लोगों के विचार जानने के बाद उपयुक्त नीति बनाई जाएगी।

चित्तौडग़ढ़ सांसद श्री सी.पी. जोशी ने समारोह को संबोधित करते हुए राजस्थान बोर्ड के पाठ्यक्रम में प्रताप महान् की जीवनी को शामिल करने के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे का आभार जताया। उन्होंने एनडीआरएफ के नियमों में बदलाव करने के लिए श्री राजनाथ सिंह का धन्यवाद ज्ञापित किया। इन नियमों में परिवर्तन से 50 फीसदी के बजाय 33 फीसदी फसल खराबा होने पर भी किसानों को मुआवजा मिलेगा और मुआवजे की राशि भी डेढ़ गुना मिलेगी।

जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नन्दलाल मीणा ने कार्यक्रम में आए अतिथियों व आमजन का आभार जताया। समारोह के आरंभ में मुख्य आयोजक मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष श्री डी.डी. सिंह राणावत ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया।

समारोह में राज्यमंत्री श्री जीतमल खांट, उदयपुर सांसद श्री अर्जुनलाल मीणा, डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद श्री मानशंकर निनामा, निम्बाहेड़ा विधायक श्रीचन्द कृपलानी, धरियावद विधायक श्री गौतम लाल मीणा, घाटोल विधायक श्री नवनीतलाल नीनामा, चित्तौडग़ढ़ विधायक श्री चन्द्रभान सिंह आक्या, बेगूं विधायक श्री सुरेश धाकड़, नीमच (मध्यप्रदेश) विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार, जिला प्रमुख सारिका मीणा, जिला कलक्टर        श्री सत्य प्रकाश बसवाला व नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी सहित कई जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

हेलीपेड पर कलक्टर-एसपी ने की अगवानी

बीएसएफ के विशेष विमान से रविवार को दोपहर लगभग 12 बजे प्रतापगढ़ पुलिस लाइन हेलीपेड पर उतरे। हेलीपेड पर जिला कलक्टर श्री सत्यप्रकाश बसवाला व जिला पुलिस अधीक्षक श्री कालूराम रावत ने उनकी अगवानी की। जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नन्दलाल मीणा की अगुवाई में जनप्रतिनिधियों व आयोजकों ने स्वागत किया। इसके पश्चात् वह सीधे कलक्ट्रेट परिसर पहुंचकर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कर जनसमूह को संबोधित किया। केन्द्रीय गृह मंत्री दोपहर में सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद उदयपुर होते हुए दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

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