महामारी के बावजूद इंडियन सोलर मार्केट का विकास

महामारी के बावजूद इंडियन सोलर मार्केट का विकास

गुरुग्राम—–: कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद, हर क्षेत्र ने प्रगति के लिए तेज मोड़ की ओर रुख किया है। महामारी ने व्यक्तियों को अपनी प्राथमिकताओं को बदलने के लिए मजबूर कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। कुछ बिज़नसेस और इंडस्ट्रीज़ ने असाधारण रूप से छलांग लगाई, जबकि अधिकांश को भारी मात्रा में नुकसान झेलना पड़ा। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति अब इस ग्रह को नहीं छोड़ेगी; इसलिए बेहतरी इसी में है कि हम इसके साथ रहना सीख लें।

यदि हम चिकित्सा क्षेत्र और इससे जुड़ी माध्यमिक सेवाओं को देखें, तो उनकी सेवा चरम पर पहुँच चुकी है। परिणामस्वरूप, इन क्षेत्रों में तेजी से सुधार हुआ, लेकिन वे हर जरूरत को पूरा करने में सक्षम नहीं हो सके। इसका मुख्य कारण प्राथमिकता में बदलाव बताया जा सकता है। नए वर्क कल्चर के अनुकूल होने के लिए महामारी ने तृतीयक क्षेत्र को भी काफी प्रभावित किया है।

हालाँकि, इस दौरान एनर्जी सेक्टर में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। चूँकि पारंपरिक स्रोतों के साथ बिजली उत्पादन की कई सीमाएं हैं, इसलिए लोग और सरकारें बेहतर विकल्पों की ओर बढ़ रही हैं, क्योंकि लागत बचत और पर्यावरण में योगदान दुनिया भर के देशों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

महामारी से पहले ही भविष्यवाणी कर दी गई थी कि सोलर मार्केट में स्थिर और महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, लेकिन महामारी ने इस मार्केट को तेजी से ऊपर उठाया है। वैश्विक स्तर पर, लोग वर्तमान एनर्जी प्रॉब्लम्स को लेकर जागरूक हो रहे हैं और रिन्यूएबल एनर्जी प्रॉब्लम्स की ओर बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही, पॉलिसी मेकर्स यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आने वाले दशकों में एनर्जी के रिन्यूएबल सोर्सेस प्रबल होंगे। सोलर मार्केट में सप्लाई चैन पर प्रकाश डालते हुए चीन आज की तारीख में इस मार्केट पर हावी है, जो कुल ग्लोबल इंस्टॉलेशन्स का 27% है। इसके बाद 15% मार्केट ऑक्यूपेंसी के साथ यूनाइटेड स्टेट अमेरिका आता है, और इसके बाद भारत (9%) और फिर जापान आता है। हाल ही में भारत ने अर्नेस्ट तथा यंगेस्ट रिन्यूएबल्स के लेटेस्ट एडिशन में सोलर के लिए उच्चतम स्कोर 62.7 हासिल किया है, जो आने वाले कुछ वर्षों में सोलर मार्केट के विशाल विकास की भविष्यवाणी करता है।

यदि हम इंडियन सोलर मार्केट पर ध्यान दें, तो बड़ी मात्रा में सुधार देखा जा सकता है, और इसका श्रेय दो महत्वपूर्ण कारकों को जाता है: 1) लोगों की माँग 2) सरकार की भूमिका।

लोग सरकार से आगामी बिजली आपूर्ति के लिए अधिक लचीला तथा बेहतर प्रतिस्थापन चाहते हैं, इसके पीछे मुख्य कारण लागत है। सरकारी अधिकारियों ने देश के भविष्य तथा एनर्जी सेक्टर में उत्पन्न होने वाले संभावित संकटों पर विचार करने का निर्णय लिया है। कई पहल करके और पॉलिसीज़ में सकारात्मक बदलाव लाकर इसने अपना रुख स्पष्ट किया है।

उदाहरण के लिए, दुनिया की पहली सोलर-पॉवर DEMU ट्रेन को 2016 में लॉन्च किया गया था, जो दिल्ली और फारुखनगर के बीच चल रही है। इस ट्रेन में इंटरनल डिवाइसेस, जैसे- पंखे, बल्ब आदि और इसी तरह के प्रोडक्ट्स का संचालन करने के लिए सोलर एनर्जी का उपयोग किया जाता है। एक बार प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद अथॉरिटीज़ सालाना 700 करोड़ रुपये की बचत करने की योजना बना रही हैं।

एक और शानदार उदाहरण कोचीन इंटरनेशनल एयरपोट का पब्लिक पार्टनरशिप प्रोजेक्ट है। यह दुनिया का पहला एयरपोट है, जो पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर संचालित है। एयरपोट पर विशाल सोलर फील्ड्स कोचीन में हर उड़ान यात्रा को आकर्षक बनाते हैं। हाल में चल रहे और नए प्लान किए गए प्रोजेक्ट्स के साथ, भारत सरकार ने वर्ष 2022 तक सोलर एनर्जी से 100GW बिजली उत्पन्न करने का लक्ष्य तय किया है।

सोलर मार्केट के आकार और भविष्य के विकास को ध्यान में रखते हुए, घरेलू जरूरतों के लिए सोलर को सुलभ बनाने के लिए कई फर्म्स दिन-रात कड़ी मेहनत कर रही हैं। जनरूफ टेक प्राइवेट लिमिटेड इस महामारी के दौरान एनर्जी सेक्टर में अपनी अलग पहचान बनाने वाली एक स्थापित फर्म है, क्योंकि वे देशभर में 20MW के सोलर इंस्टॉलेशंस को पार करने वाले आवासीय घरों से सोलर एनर्जी की मांग को पूरा करते हैं। दो फाउंडर्स, प्राणेश चौधरी और सुशांत सचन ने जनसोलर को लॉन्च किया है, जो प्रत्येक भारतीय नागरिक को उच्च बिजली बिलों से मुक्त करने की उम्मीद के चलते इंडस्ट्रीज़ की सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी तथा सस्ती दरों में सोलर प्रोडक्ट्स की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, जिससे बिजली सभी के लिए सुलभ और सस्ती हो जाती है। ये प्रोडक्ट्स अब एमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और zunsolar.com जैसे प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं। बिजली के स्मार्ट उपयोग के लिए, दोनों ने गतवर्ष स्मार्ट होम कैटेगरी में कदम रखा। इसके अंतर्गत उन्होंने 11 स्मार्ट होम डिवाइसेस की एक श्रृंखला प्रदान की, जो अब एमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और zunpulse.com पर उपलब्ध हैं।

कृति शर्मा
इंदौर

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply