- January 28, 2015
मन की बात :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से पूछे गए सवाल
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के संयुक्त रेडियो संदेश मन की बात में दोनों नेताओं ने लोगों के सवालों के जवाब ।
ओबामा ने कहा कि भारत के लोगों से सीधे बात करना बेहद खास रहा।
दो महान लोकतंत्र, दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध आगे और मजबूत होंगे।
मोदी ने एक श्रोता का सवाल ओबामा से पूछा कि आप अपनी बेटियों को भारत के अनुभव कैसे बताएंगे?
ओबामा ने कहा – मेरी दोनों बेटियां भारत आना चाहती थीं, लेकिन उनकी परीक्षा थी।
उनके मन में भारत के लिए गहरा प्रेम आस्था है।
मैं उनसे कहूंगा कि उनकी सोच सही थी। अगली बार जब भारत आऊंगा तो बेटियों को लेकर आऊंगा।
एक श्रोता – मोदी से व्हाइट हाउस के बाहर खड़े होने का अनुभव कैसा रहा ?
मोदी – ओबामा ने मुझे 1894 की एक किताब दी थी जो स्वामी विवेकानंद पर थी। व्हाइट हाउस के बाहर था तो सोचा नहीं था कि एक दिन यहां आऊंगा।
मोदी ने कहा कि कुछ भी बनने के सपने मत देखो, कुछ करने के सपने देखो। मैंने जीवन में कभी कुछ बनने का सपना नहीं देखा था।
प्रश्न (मोदी से) – अमेरिका की कौन सी हस्ती आपको पसंद है ?
मोदी – मैंने बेंजामिन फ्रैंकलिन की जीवनी पढ़ी है। मैं उनसे प्रभावित रहा हूं। बेंजामिन सामान्य परिवार से थे, उन्होंने अमेरिका पर प्रभाव छोड़ा है।
प्रश्न- (ओबामा से) – मुश्किलों के बीच आपकी प्रसन्नता का क्या राज है ?
ओबामा – जो मुद्दे मेरे पास आते हैं मैं जानता हूं कोई और उसे हल नहीं कर सकता। हर रोज कोई मिलता है जो कहता है आपने मेरे जीवन में बदलाव किया है। दूसरों की मदद करने में सबसे ज्यादा संतोष होता है।