मध्यप्रदेश : तेज आर्थिक विकास की राह पर

मध्यप्रदेश : तेज आर्थिक विकास की राह पर

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश तेज आर्थिक विकास की राह पर है। यहाँ उद्योग और व्यवसाय में निवेश का अनुकूल वातावरण है। अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं के अनुमानों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर शीघ्र ही चीन से अधिक हो जायेगी। इस प्रक्रिया में मध्यप्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।

श्री चौहान कल रात न्यूयार्क में फ्रेण्ड्स ऑफ एम पी कानक्लेव को संबोधित कर रहे थे। न्यूयार्क के लिंकन सेन्टर के सबसे भव्य एवरी फिशर हाल में हुए इस कानक्लेव में मुख्यमंत्री ने friendsofmp.com का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया और 3000 से अधिक प्रवासी भारतीय तथा अन्य विशिष्ट लोग उपस्थित थे। कानक्लेव का आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राज्यों को अपने ग्लोबल टेलेन्ट पूल बनाने के सुझाव के अनुसरण के लिए किया गया। ऐसी पहल करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।

हिन्दी में दिये गये अपने आधा घंटे के उद्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की विकास दर 11.08 प्रतिशत है। कई वर्ष से प्रदेश की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत और इससे अधिक रही है। श्री चौहान ने कहा कि मई 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और भारत से बाहर रहने वाले भारतीयों का आत्म-विश्वास बहुत बढ़ा है। पिछली सरकार की पहचान बन चुकी पॉलिसी पेरेलिसिस की स्थिति से देश बाहर आ गया है। श्री मोदी सिर्फ भारत के नहीं बल्कि विश्व नेता के रूप में उभर रहे हैं। उनके सुझाव को मानते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया है।

श्री चौहान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा की गई नीतिगत पहलों का लाभ उठाने में मध्यप्रदेश सबसे आगे है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अनेक नई नीतियाँ बनाई गई हैं, अनेक प्रचलित नीतियों में बदलाव किये गये हैं और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार लाया गया है। प्रदेश की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था, साम्प्रदायिक सद्भाव और औद्योगिक शांति के साथ-साथ निवेश के अनुकूल नीतियाँ है। प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए 26 हजार हेक्टेयर का लेण्ड बेंक बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमियों और निवेशकों की सुविधा के लिए उन्होंने सिंगल विण्डो की जगह सिंगल डोर सिस्टम लागू किया है।

सिंहस्थ के लिए आमंत्रण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीयों तथा अन्य लोगों को भी अगले वर्ष उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ पर्व में आने के लिए आमंत्रित किया। सिंहस्थ के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व का उल्लेख करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि इस सिंहस्थ के दौरान पूरे विश्व से विद्वानों और विचारकों को विश्व में व्याप्त समस्याओं तथा संकटों के हल के संबंध में चर्चा के लिए बुलाया गया है। उनकी चर्चा के आधार पर उज्जैन से विश्व के लिए संदेश जारी किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने सभी को मध्यप्रदेश के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर भी आने के लिए आमंत्रित किया।

उद्योग मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया

प्रारंभ में प्रदेश की वाणिज्य-उद्योग और रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि वे मध्यप्रदेश में निवेश कर भारत के विकास में अपना योगदान दें। उद्योग मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने कृषि, महिला एवं बाल-विकास, शिक्षा आदि क्षेत्रों में कई अनोखी योजनाओं की शुरूआत कर नए आयाम स्थापित किए है। प्रदेश ने अब औद्योगीकरण तथा अधोसंरचना विकास की ओर अपने कदम बढ़ाए हैं। श्रीमती सिंधिया ने प्रवासी भारतीयों का आव्हान किया कि वे ‘मेक इन मध्यप्रदेश’ अभियान से जुड़कर प्रदेश के औद्योगिक विकास में सहभागी बनें। श्रीमती सिंधिया ने अपने अमेरिका रहने के दौरान के अनुभव भी प्रवासी भारतीयों से साझा किये। उद्योग मंत्री ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से अनेक क्षेत्र में देश में अग्रणी प्रदेश बनाने के मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों और संकल्प की भी जानकारी दी।

जोरदार स्वागत

कानक्लेव स्थल पहुँचने पर प्रवासी भारतीयों ने तालियों की गड़गड़ाहट और ढोल-ढमाकों के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया। वे राष्ट्र ध्वज भी लहरा रहे थे। उनके भाषण के दौरान श्रोताओं ने बार-बार तालियाँ बजाई और भारत माता की जय के नारे लगाये।

प्रवासी भारतीयों का सम्मान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विशिष्ट उपलब्धियाँ हासिल करने वाले प्रवासी भारतीयों का सम्मान किया। उन्होंने अमेरिकन सोसायटी का अंग बन चुके भारतीयों का भी सम्मानपूर्वक उल्लेख किया। उन्होंने खासतौर से नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. हरगोविन्द खुराना और अंतरिक्ष यात्री स्व. कल्पना चावला का जिक्र किया हैं। वर्तमान में इंदिरा नुई (पेप्सी कोला), सत्या नडेला (माइक्रोसाफ्ट), विवेक मूर्ति (यूएस सर्जन जनरल), नीना दवुलुरी (पिछले वर्ष की मिस अमेरिका) तथा अन्य अमेरिकी समाज के अंग है। उन्होंने तुलसी गब्वार्ड का भी विशेष उल्लेख किया। जो यूएस कांग्रेस की सदस्य है और जिन्होंने भगवत गीता के नाम पर शपथ ली थी।

प्रवासी भारतीयों के विचार

कानक्लेव में उपस्थित प्रवासी भारतीय श्री पंकज नायक उज्जैन के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री का भाषण बहुत पसंद आया जिसमें उन्होंने आर्थिक विकास और निवेश के साथ-साथ संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण बातें कही। मुझे पूरा भाषण अच्छा लगा।

एक और 39 वर्षीय साफ्टवेयर इंजीनियर श्री मनीष दुबे मुख्यमंत्री के भाषण में कन्याओं और बालिकाओं के हितों के संरक्षण पर दिये बल से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने पर भी खुशी जताई। श्री मनीष दुबे सिवनी के रहने वाले है।

आईटी प्रोफेशनल श्री लाजी गोस्वामी और श्री प्रमोद भगत ने बीते कुछ वर्ष में मध्यप्रदेश द्वारा की गई पहलों की प्रशंसा की।

दिनेश मालवीय

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