- August 24, 2015
भ्रष्टाचार विकास की सबसे बड़ी बाधा- लोकायुक्त एस.एस.कोठारी
चूरू, (जगमोहन ठाकन) 24 अगस्त। राजस्थान लोकायुक्त माननीय न्यायमूर्ति एस.एस.कोठारी ने देश में भ्रष्टाचार को विकास की सबसे बड़ी बाधा बताते हुए भ्रष्ट मुक्त समाज बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं और बुद्घिजीवियों को आगे आकर पहल करने की आवश्यकता जताई।
लोकायुक्त कोठारी सोमवार को अटल सेवा केन्द्र में गैर सरकारी संस्थाओं और बुद्घिजीवियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्घ आवाज उठाने वाले लोगों की कमी होती जा रही है। स्वयंसेवी संस्थाएं ऐसे लोगों के विरूद्घ आवाज उठाएं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए पीडि़त लोगों को न्याय दिलाने के लिए लोकायुक्त संस्थान का सहयोग करें तथा लोगों को लोकायुक्त संस्थान के बारे में जागृत करें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की बदौलत लोगों की जीवनशैली पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। आज लोग यह महसूस कर रहे हैं वर्तमान व्यवस्था में लोक सेवक अपने चहेतों को लाभ पहुंचा रहे हैं। उन्होंने आमजन से कहा कि वह ऐसे लोकसेवकों पर नजर रखें और उनकी शिकायत लोकायुक्त को भिजवाएं। उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं से कहा कि वे अपने कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार उन्मूलन संबंधी कार्यक्रम शामिल करें, क्योंकि एनजीओ जो कार्यक्रम अपने हाथ में लेते हैं, उसमें उन्हें निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है। सजग नागरिक और मुस्तैद स्वयंसेवी संस्थाओं की कार्यप्रणाली से प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ होगी।
बैठक में लोकायुक्त सचिव उमाशंकर शर्मा ने कहा कि जानकारी के अभाव में पीडि़त व्यक्ति उचित मंच पर अपनी बात नहीं रख पाता है। स्वयं सेवी संस्थाएं ऐसे लोगों की बात को हम तक पहुुंचाकर न्याय में भागीदार बन सकती हैं। एक सादे पेपर पर पीडि़त का प्रकरण लिखकर, स्टा प के साथ लोकायुक्त को भेज सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में गत् 12 वर्षों में लोकायुक्त को 16 हजार 281 परिवेदनाएं प्राप्त हुई तथा गत् दो वर्ष में 8 हजार से अधिक परिवेदनाएं। उन्होंने बताया कि इनमें से दो वर्षाें में 9 हजार से अधिक परिवेदनाओं का निस्तारण किया गया है। विशेषाधिकारी भरोसी लाल गुप्ता ने आजादी के बाद संविधान में उल्लेखित कानूनों की जानकारी दी और कहा कि जो कानून बने हैं, उनमें प्रत्येक व्यक्ति के साथ न्याय की बात कही गई है, परन्तु कुछ अपवाद स्वरूप लोक सेवक अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे हैं।
बैठक में कमल कोठारी, भंवर सिंह सामौर, सोहन सिंह दुलार, हुकमी चंद लोहिया, हरिसिंह, गिरधारी लाल सोलंकी, डा. सरोज, बजरंग लाल शर्मा, घनश्याम, मोहन लाल शर्मा आदि ने लोकायुक्त की कार्यप्रणाली के प्रचार-प्रसार, विश्व विद्यालयों में ऐच्छिक विषय के रूप में लोकपाल को शामिल करने, पुलिस थानों की सीएलजी कमेटी में महिलाओं का प्रतिनिधित्व तय करने सहित बहुपयोगी सुझाव दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजपाल सिंह तथा उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार उपस्थित थे।