- July 28, 2015
भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए स्वयंसेवी संस्थाएँ आगे आएं – लोकायुक्त
जयपुर -लोकायुक्त न्यायमूर्ति श्री एस.एस. कोठारी ने स्वयंसेवी संस्थाओं व प्रबुद्घजनों से भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने, सुशासन व स्वच्छ प्रशासन को मूर्त रूप देने और सामाजिक एवं आर्थिक विकास की बाधाओं को दूर करने के लिए व्यापक जनचेतना जगाने में समर्पित भागीदारी का आह्वान किया है।
लोकायुक्त ने सोमवार को कोटा जिला कलेक्ट्रेट परिसर स्थित टैगोर हॉल में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों व प्रबुद्घजनों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
बैठक में लोकायुक्त सचिवालय के सचिव श्री पी.सी. जैन व उप सचिव श्री उमाशंकर शर्मा ने सचिवालय की गतिविधियों पर जानकारी दी। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) श्रीमती कल्पना अग्रवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री जुगलकिशोर मीणा व विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
लोकायुक्त ने कहा कि कानून अपना प्रभावी काम कर रहा है लेकिन आम जनता को उनके कत्र्तव्यों व अधिकारों का पूरा-पूरा भान कराये बिना इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोकायुक्त ने स्वयंसेवी संस्थाओं से कहा कि वे लोकायुक्त संस्थान के बारे में आम लोगों में जागृति लाने, जनता को इसके उद्देश्यों व कार्य प्रणाली से परिचित कराने में सहभागिता निभाते हुए भ्रष्टाचार उन्मूलन, समयबद्घ कार्य सम्पादन आर्थिक व सामाजिक विकास की बाधाओं को दूर करने में आगे आएं।
उन्होंने बताया कि लोकायुक्त संस्था इस दिशा में प्रभावी कार्य कर रही है व जनता को राहत देने के साथ ही प्रशासनिक व नैतिक मूल्यों के जरिये सामाजिक नवनिर्माण में जुटी हुई है। संस्थान ने अकर्मण्य भ्रष्ट व रिश्वतखोर लोक सेवकों के विरूद्घ ठोस कार्यवाही की पहल की है।
उन्होंने कहा कि सादा जीवन उच्च विचार, धर्म , अर्थ, कर्म व मोक्ष तथा नैतिक मूल्यों व आदर्शो को पुनस्र्थापित करने व नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी माहौल पैदा करने का दायित्व सभी को मिलजुल कर अच्छी तरह निभाना होगा। इसके लिए व्यक्तिगत स्वार्थो से ऊपर उठकर सामुदायिक व सार्वजनिक हितों का चिंतन करने की जरूरत है।
बैठक में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों व प्रबुद्घजनों ने भ्रष्टाचार उन्मूलन, राज-काज संपादन मेंबेहतरी लाने तथा लोकायुक्त सचिवालय के क्रियाकलापों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए।
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