भोपाल , इंदौर और जबलपुर छत पर सौर ग्रिड

भोपाल , इंदौर और जबलपुर छत पर सौर ग्रिड

मध्यप्रदेश के तीन बड़े शहर भोपाल , इंदौर और जबलपुर में स्थित राज्य शासन एवं राज्य शासन के उपक्रमों के भवनों की छतों पर ग्रिड संयोजित रूपटाप परियोजना क्रियान्वयन के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड एवं मेसर्स रतन इंडिया एनर्जी रिसोर्सेस लिमिटेड,  नई दिल्ली के मध्य ‘‘परियोजना क्रियान्वयन अनुबंध‘‘ हस्ताक्षरित किया गया।

परियोजना से उत्पादित होने वाली बिजली को खरीदने के लिए मध्यप्रदेश पावर मेनेजमेंट कंपनी एवं डेवलपर कंपनी (मेसर्स रतन इंडिया एनर्जी रिसोर्सेस लिमिटेड] नई दिल्ली) के मध्य बिजली क्रय अनुबंध हस्ताक्षरित किया गया।

मध्यप्रदेश पावर मेनेजमेंट कंपनी की ओर से मुख्य महाप्रबंधक आईपीसी श्री आर.डी. सक्सेना] मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की ओर से निदेशक (वाणिज्य) श्री विजय क्षीरसागर] मेसर्स रतन इंडिया एनर्जी रिसोर्सेस लिमिटेड] नई दिल्ली की ओर से असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट (बिजनेस डेपलवमेंट) श्री अजीत कुमार पण्डा ने हस्ताक्षर किए।

गौरतलब है कि 5 मेगावाट ग्रिड संयोजित रूफटाप सोलर परियोजना के जरिये भोपाल एवं इंदौर में डेढ़-डेढ़ मेगावाट एवं जबलपुर में दो मेगावाट क्षमता की सौर बिजली उत्पादित होगी। यह मध्यप्रदेश की प्रथम सोलर ऊर्जा निर्माण परियोजना है] जो मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में क्रियान्वित की जा रही है।

परियोजना को दिसम्बर 2015 तक करने का लक्ष्य है। भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सहयोग एवं मार्गदर्शन में इस परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को नोडल एजेंसी बनाया गया है।

Related post

माँ  बिंदेश्वरी पापड़ —–“जीरा पापड़”

माँ बिंदेश्वरी पापड़ —–“जीरा पापड़”

300 रूपये किलो और मशीनी स्क्रैप पापड़ 200 रूपये किलो।  कच्चा पैक  कम से कम 1 किलो…
जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में खाद्य प्रणालियों को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक

जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में खाद्य प्रणालियों को गंभीरता से लिया जाना आवश्यक

Bulletin of the Atomic Scientists—————-जब हम जलवायु परिवर्तन के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग…
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा “अत्यधिक” ऋण देने पर रोक

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा “अत्यधिक” ऋण देने पर रोक

मुंबई (रायटर) – केंद्रीय बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि नवंबर में भारतीय बैंकों…

Leave a Reply