- March 18, 2019
भिलाई से दो बालक मुक्त — बंधक या बच्चों से काम करवाने वालों के विरुद्ध चाइल्ड लाइन की हेल्पलाइन 1098 / 100 पुलिस / 112 गृह मंत्रालय शिकायत दर्ज करें
2 बच्चों को बंधक बनाकर व्यापारी करा रहे थे घर व कारखाने में काम
चाइल्ड लाइन और पुलिस ने दोनों बच्चों को कराया आजाद
भिलाई—– बिहार के बेगुसराय से दो बच्चों को भिलाई लाकर उनसे बालश्रमिक के तौर पर काम लेने का मामला सामने आया है। इन बच्चों से शहर के दो व्यापारी घर के साथ ही कारखाने में भी दो साल से काम ले रहे थे। इन बच्चों के माता-पिता बेगुसराय में ही रहते हैं। शुक्रवार को चाइल्ड लाइन, बचपन बचाओ आंदोलन, महिला एवं बाल विकास और पुलिस की संयुक्त टीम ने इन बच्चों का रेस्क्यू किया।
किसी अज्ञात ने हेल्पलाइन नंबर पर दी इसकी सूचना
चाइल्ड लाइन की हेल्पलाइन पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर सूचना दी कि बिहार के बेगुसराय से भिलाई लाकर दो बालकों को नेहरू नगर में रहने वाले संजीव शर्मा और संतोष शर्मा ने बंधक बनाकर रखा है। बताया जाता है कि संजीव और संतोष दोनों का ही अलग-अलग लोहे का कारखाना है। दोनों के खिलाफ बाल श्रम अधिनियम 1986 की धारा 3 एवं किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 79 के तहत अपराध भी दर्ज किया गया है।
बच्चों को दो वक्त का खाना और दो हजार रुपए
संजीव शर्मा और संतोष शर्मा करीब दो साल पहले बिहार के बेगुसराय से बच्चों को भिलाई लेकर आए थे। वह उनके माता-पिता से भिलाई में उन्हें शिक्षा दिलाने की बात कहकर लाए थे। भिलाई लाकर उन्होंने बच्चों को घर के अलावा कारखाने में भी काम कराना शुरू कर दिया। इसके बदले में वह बच्चों को दो वक्त का खाना और दो हजार रुपए महीना देते थे।
दो बच्चियों को भी रेलवे स्टेशन से रेस्क्यू
भिलाई-3 स्टेशन पर भीख मांगने वाली दो बच्चियों को चाइल्ड लाइन की टीम ने रेस्क्यू किया है। दोनों बच्चियों को जीआरपी की मदद से पकड़ा गया। बच्चियों ने बताया कि उनके माता-पिता उनसे भीख मंगवाने का काम कराते हैं। भीख मांगने के बाद जो पैसा एकत्रित होता है उसे उनके माता-पिता शराब में उड़ा देते हैं।
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