- July 12, 2015
भिखारियों को भी कालकाजी मंदिर में जगह दी जाएगी – सुप्रीम कोर्ट
कोर्ट ने कहा कि यह शब्द कभी जबान पर भी मत लाना इस शब्द से हमें नफरत है।
जटिस्स दीपक मिश्र और पीसी पंत की पीठ के यह बात सख्ती से कही और पुजारी को डांट लगाई जो गंदगी के नाम पर भिखारियों को मंदिर से बाहर फेंकने की बात कर रहे थे। कोर्ट ने कहा कि यह शब्द कभी जबान पर भी मत लाना इस शब्द से हमें नफरत है।
हम जानते हैं कि भिखारियों में कितना अनुशासन होता है और यह अनुशासन हम कालकाजी मंदिर में भी स्थापित करेंगे। कोर्ट ने कहा कि मंदिर में अनुशासन, सफाई, सुंदरता और पवित्रता बनाए रखने के लिए हमने मामला अपने हाथ में लिया है। इसमें सभी पक्षों का ध्यान रखा जाएगा। चाहे वह जोगी हो या पुजारी या फिर दुकानदार या भिखारी।
कोर्ट ने कहा कि कालकाजी मंदिर एक मठ है जिसके साथ मंदिर जुड़ा हुआ है। कोर्ट ने इस पर भी सवाल उठाया कि पुजारी रोटेशन के हिसाब से दुकानों से किराया कैसे वसूल रहे हैं जबकि वह उनकी संपत्ति नहीं है। पूरी संपत्ति मठ और मंदिर की है। मामले की सुनवाई 17 सितंबर को होगी।