- April 7, 2017
भारी वर्षा तथा ओलावृष्टि की स्थिति का जायजा —मुख्य सचिव
शिमला (सू०ब्यूरो)————मुख्य सचिव श्री वी.सी. फारका ने प्रदेश में गत दो दिनों के दौरान भारी वर्षा, ओलावृष्टि तथा ऊंची चोटियों पर हिमपात का जायजा लेने के लिए आज यहां राज्य स्तरीय आपदा प्रबन्धन की विशेष बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में अभूतपूर्व ओलावृष्टि सहित भारी वर्षा दर्ज की गई है।
उन्होंने लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य तथा विद्युत विभागों को प्रभावित सड़कों, जलापूर्ति योजनाओं तथा बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने के निर्देश दिए।
श्री फारका ने कृषि और बागवानी विभागों को सभी जिलों से नुकसान की रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा स्थिति का जायजा लेने के लिए शीघ्र फील्ड स्टाफ को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीते कल शिमला के रामपुर उपमण्डल के खड़ाहन गांव में बिजली गिरने के कारण दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई जबकि आठ अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को 10 हजार रुपये तथा घायल को 4000 रुपये प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया है तथा पीड़ित के परिवार को 10 हजार रुपये प्रदान किए गए।
मुख्य सचिव ने कहा कि मण्डी जिला के उप मण्डल सुन्दरनगर में ढांक से फिसलने के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के उपमण्डल बैजनाथ के धार-जोत गांव में बिजली गिरने के कारण एक व्यक्ति तथा 15 मवेशियों की मृत्यु हुई है।
18 कच्चे घर तथा 5 गौशालाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के उपमण्डल बंजार में तूफान से 15 कच्चे घर आंशिक रूप से ध्वस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक रिपोर्टं के अनुसार बंजार क्षेत्र में बागवानी के अन्तर्गत 1.84 लाख का अनुमानित नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू की प्राथमिक पाठशाला थाटीधार तथा बंजार के उच्च विद्यालय सारी की छतें आंधी के चलते क्षतिग्रस्त हुई है और चार लाख रुपये का नुकसान आंका गया है। उन्होंने कहा कि चम्बा में दो कच्चे घर तथा मण्डी जिला के जोगिन्द्रनगर में एक पक्का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व तथा आपदा प्रबन्धन) श्री तरूण श्रीधर ने कहा कि उपायुक्तों तथा आपदा प्रबन्धन के अधीनस्थ अन्य लाईन विभागों को निधि पहले ही उपलब्ध करवा दी है तथा इस राशि का उपयोग करने के बाद यदि आवश्कता पड़ी तो और धनराशि प्रदान करने को कहा।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन शर्मा ने कहा कि प्रदेश में पिछले कल की 12.3 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है जो सामान्य वर्षा 2.6 मि.मी. से 381 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिले के कल्पा में 63.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है और इससे वर्ष 2002 का रिकार्ड टूटा है।
प्रधान सचिव (आईपीएच) श्रीमती अनुराधा ठाकुर, मण्डलायुक्त शिमला डॉ. आर.एन. बत्ता, विशेष सचिव (राजस्व तथा आपदा प्रबन्धन) श्री डी.डी. शर्मा, निदेशक कृषि श्री रमेश चंद और लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, नगर निगम शिमला और बागवानी के वरिष्ठ अधिकारी भी अन्यों सहित बैठक में उपस्थित थे।.