भारी उद्योग : भारत और चेक गणराज्‍य के बीच हस्‍ताक्षरित – मंत्रिमंडल

भारी उद्योग :  भारत और चेक गणराज्‍य के बीच  हस्‍ताक्षरित – मंत्रिमंडल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को भारी उद्योग, विशेषकर औद्योगिक सहयोग एवं विभिन्‍न इकाइयों के निर्माण के क्षेत्र में भारत और चेक गणराज्‍य के बीच विगत दिनों हस्‍ताक्षरित प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी गई है।

उपर्युक्‍त प्रोटोकॉल में चेकोस्‍लोवाकिया की कंपनियों द्वारा भारत में मौजूदा इकाइयों के आधुनिकीकरण का इरादा भी शामिल है। भारी उद्योग विभाग के अधीनस्‍थ केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन के तीन संयंत्रों का आधुनिकीकरण भी इसमें शामिल है, जो रांची में अवस्थित है और जिसकी स्‍थापना 1960 के दशक के पूर्वार्द्ध में चेकोस्‍लोवाकिया के सहयोग से की गई थी।

उपर्युक्‍त प्रोटोकॉल का उद्देश्‍य आपसी सुविधा और लाभ के सिद्धांत पर भारी उद्योग के क्षेत्र में पक्षकारों से जुड़े दोनों देशों की जनता के बीच द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना है। ये सिद्धांत पक्षकारों से जुड़े देशों के क्षेत्र में वैध माने जाने वाले कानूनों और अन्‍य अंतर्राष्‍ट्रीय समझौतों से जुड़ी उनकी प्रतिबद्धताओं के अनुरूप होंगे।

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