- January 18, 2024
भारत-सिंगापुर हैकथॉन का सफल आयोजन स्टडी इन इंडिया पोर्टल लॉन्च
PIB Delhi——- भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शिक्षा कार्य समूह (ईडीडब्ल्यूजी) ने शिक्षा के भविष्य के लिए ठोस, सहयोगात्मक और कार्योन्मुख रणनीतियों और रोडमैप की दिशा में काम किया। बुनियादी शिक्षा को प्राथमिकता देने, तकनीक-सक्षम शिक्षा का उपयोग करने, भविष्य में काम करते रहने के लिए आजीवन सीखने की आवश्यकता पर जोर देने से लेकर जी20 देशों में शैक्षणिक संस्थानों के बीच अनुसंधान सहयोग बढ़ाने पर चर्चा शुरू करने तक शिक्षा कार्य समूह ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके आम सहमति बनाते हुए शिक्षा और प्रशिक्षण के पूरे आयाम को आगे बढ़ाया। कार्य समूह ने जी20 की पिछली अध्यक्षताओं के दौरान हुई चर्चाओं के आधार पर शैक्षिक चुनौतियों से निपटने और विभिन्न संदर्भों तथा क्षेत्रों में बदलते शिक्षा परिदृश्य में अवसरों की खोज पर ध्यान केंद्रित किया। इन बैठकों में शिक्षा परितंत्र से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों का हल निकालने के लिए जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों (यूनेस्को, यूनिसेफ और ओईसीडी) के बीच गहन चर्चा हुई और इनमें आपस में सहभागिता देखी गई।
जी20 की भारतीय अध्यक्षता के दौरान विभिन्न विषयों पर चार सेमिनार और उसके बाद शिक्षा कार्य समूह (ईडीडब्ल्यूजी) की बैठकें आयोजित की गईं। तमिलनाडु के चेन्नई में 31 जनवरी 2023 को “शिक्षा में डिजिटल प्रौद्योगिकियों की भूमिका” पर एक सेमिनार आयोजित किया गया था। इसके बाद 1-2 फरवरी 2023 को जी20 प्रथम शिक्षा कार्य समूह (ईडीब्ल्यूजी) की बैठक हुई। पंजाब के अमृतसर में “अनुसंधान को मजबूत करना और समृद्ध सहयोग के जरिए नवाचार को बढ़ावा देना” विषय पर एक सेमिनार 15 मार्च 2023 को आयोजित किया गया था, जिसके बाद 16-17 मार्च 2023 तक जी20 द्वितीय शिक्षा कार्य समूह (ईडीब्ल्यूजी) की बैठक हुई। ओडिशा के भुवनेश्वर में 26 अप्रैल 2023 को ‘क्षमता निर्माण, कार्य के भविष्य के संदर्भ में आजीवन सीखना’ विषय पर एक सेमिनार किया गया था। इसके बाद 27-28 अप्रैल 2023 तक जी20 तीसरी शिक्षा कार्य समूह (ईडीब्ल्यूजी) बैठक हुई। 19 जून 2023 को पुणे में “मिश्रित शिक्षा के संदर्भ में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करना” विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित किया गया था, जिसके बाद जी20 की चौथी और आखिरी ईडीब्ल्यूजी बैठक 20-21 जून 2023 को पुणे में हुई थी।
जी20 शिक्षा मंत्रियों की बैठक 22 जून 2023 को महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित की गई थी। जी20 ईडीडब्ल्यूजी और शिक्षा मंत्रियों की बैठकें जी20 नतीजा दस्तावेज़ और अध्यक्ष के सारांश के साथ संपन्न हुईं। अध्यक्ष के सारांश में प्रत्येक विषय के तहत जी20 देशों के लिए प्रमुख प्राथमिकताओं को रेखांकित किया गया। परिणाम दस्तावेजों में शिक्षा कार्य समूह रिपोर्ट: एक पृथ्वी, एक परिवार, शिक्षा के माध्यम से एक भविष्य और जी20 देशों में शिक्षा नीतियों और कार्यक्रमों पर सार-संग्रह शामिल थे। इन परिणाम दस्तावेजों में प्रत्येक देश की नीतियों और प्राथमिकताओं पर जोर दिया गया और प्रत्येक प्राथमिकता वाले क्षेत्र में चुनिंदा प्रमुख कार्यक्रमों को प्रदर्शित किया गया, जिससे जी20 देशों के बीच ज्ञान साझा करने को बढ़ावा मिला। इसके साथ ही चर्चा और कार्रवाई के लिए एक सामान्य शिक्षा एजेंडा स्थापित किया गया। जी20 शिक्षा कार्य समूह और शिक्षा मंत्रियों की बैठक के मौके पर संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, मॉरीशस, यूनिसेफ, ओईसीडी, यूके, सऊदी अरब, जापान और स्पेन के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी हुईं।
जी20 को भारतीय नागरिकों के करीब ले जाने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को आगे बढ़ाते हुए देश भर में विभिन्न ‘जन भागीदारी’ कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इन जनभागीदारी कार्यक्रमों में छात्रों, युवाओं, महिलाओं, निजी क्षेत्र, शिक्षा जगत और नागरिक समाज सहित जीवन के सभी क्षेत्रों से लगभग 5.25 करोड़ नागरिक शामिल हुए जिन्होंने जी20 को एक सच्चे ‘जन आंदोलन’ में बदल दिया।
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शिक्षा और कौशल विकास पर भारत-अमेरिका कार्य समूह
जैसा कि इन नेताओं ने भारत-अमेरिका 2+2 वार्ता-2022 के दौरान घोषणा की थी, इसके अनुरूप 22 मई, 2023 को शिक्षा और कौशल विकास पर भारत-अमेरिका कार्य समूह को औपचारिक रूप से गठित किया गया। इस कार्य समूह ने चार उप-समितियां गठित करने का निर्णय लिया। ये समितियां हैं- (i) कौशल व्यावसायिक शिक्षा, (ii) प्रमाणीकरण व मान्यता, (iii) अमेरिका और भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच समन्वय, और (iv) भारत और अमेरिका के बीच शैक्षिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श करने के लिए निजी क्षेत्र को शामिल करना।
शिक्षा के क्षेत्र में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सरकार के साथ भागीदारी
एनईटीएफ के अध्यक्ष श्री अनिल सहस्रबुद्धे की अध्यक्षता में एक समिति ने 18-19 सितंबर 2023 को संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों की ओर से जारी डिग्रियों की समकक्षता के मुद्दों पर चर्चा की।
इसके बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 01 से 03 नवंबर, 2023 तक संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान भारत सरकार और संयुक्त अरब अमीरात सरकार के बीच शिक्षा के क्षेत्र में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
शिक्षा के क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया के साथ भागीदारी
ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री श्री जेसन क्लेयर ने 27 फरवरी से 2 मार्च, 2023 तक भारत का दौरा किया। इसके परिणाम निम्नलिखित हैं:
दोनों देशों के मंत्रियों ने योग्यताओं की आपसी मान्यता के लिए एक प्रणाली पर हस्ताक्षर किए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री और ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री के बीच एक द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसमें संस्थागत सहभागिता, लंबित छात्र वीजा, अनुसंधान सहयोग और एक संयुक्त एकीकृत व कौशल ढांचे के गठन के मुद्दों पर चर्चा की गई।
ऑस्ट्रेलियाई पक्ष ने अंतरराष्ट्रीय शिक्षा नवाचार निधि (आईईआईएफ) गंभीर कौशल परियोजना की घोषणा की। इसके तहत ऑस्ट्रेलिया की सरकार भारत में गंभीर कौशल पाठ्यक्रम विकसित करने पर एक परियोजना के लिए साल 2024 के मध्य तक 18.2 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर प्रदान करेगी।
इस कार्यक्रम में 11 संस्थागत समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान दोनों मंत्रियों के सामने इनका आदान-प्रदान किया गया।
मंत्री ने दोनों पक्ष की ओर से गतिशीलता के माध्यम से संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान देने के साथ छात्र सहभागिता कार्यक्रमों के लिए श्री वेंकटेश्वर कॉलेज (डीयू) और केंद्रीय विद्यालय का दौरा किया। मंत्री के साथ दौरे पर आए ऑस्ट्रेलियाई कुलपतियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने “भारत में उच्च शिक्षा का बदलता चेहरा: भविष्य की दिशाएं और अवसर” विषय पर चर्चा करने के लिए एक गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लिया।
इसके अलावा उन्होंने एनईपी- 2020 के तहत शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण की पहल पर चर्चा करने के लिए यूजीसी में आयोजित एक गोलमेज बैठक में भी भाग लिया।
ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री श्री जेसन क्लेयर ने 5-8 नवंबर, 2023 के दौरान फिर से भारत का दौरा किया, जिसके परिणाम इस प्रकार हैं:
पहली ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा एवं कौशल परिषद (एआईईएससी) की बैठक आईआईटी गांधीनगर में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केन्द्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री; ऑस्ट्रेलिया सरकार के शिक्षा मंत्री; और ऑस्ट्रेलिया सरकार के कौशल एवं प्रशिक्षण मंत्री ने संयुक्त रूप से की और तीन प्रमुख क्षेत्रों यानी भविष्य के श्रमशक्ति को आकार देने, शिक्षा में संस्थागत भागीदारी को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीयकरण के माध्यम से अनुसंधानों के प्रभाव को बढ़ाने पर चर्चा हुई। इस बैठक में भारत और ऑस्ट्रेलिया के उद्योग और शिक्षा जगत के लगभग 70 विशेषज्ञों ने भाग लिया। भारत सरकार के शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय और ऑस्ट्रेलिया सरकार के शिक्षा विभाग और रोजगार एवं कार्यस्थल संबंध विभाग की ओर से एक संयुक्त विज्ञप्ति जारी किया गया।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री और ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा मंत्री के बीच एक द्विपक्षीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता, छठी ऑस्ट्रेलिया-भारत शिक्षा परिषद बैठक (एआईईसी) के नतीजे, उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) के बीच सहयोग, अनुसंधान में सहयोग, शोधार्थियों एवं पीएचडी छात्रों के लिए वीजा के मुद्दे, भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया की शिक्षा रणनीति, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के लिए संयुक्त डिग्री और भारत में महत्वपूर्ण कौशल पाठ्यक्रमों के विकास पर चर्चा की गई।
कौशल, शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग के लिए मंत्रियों की उपस्थिति में पांच संस्थागत समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया।
मंत्रियों ने सेंटर फॉर क्रिएटिव लर्निंग, आईआईटी गांधीनगर, पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (पीडीईयू) और विद्या समीक्षा केंद्र (वीएसके), अहमदाबाद का दौरा किया।
ऑस्ट्रेलियाई पक्ष ने गुजरात के गिफ्ट सिटी में डीकिन विश्वविद्यालय और वोलोंगोंग विश्वविद्यालय के परिसरों के उद्घाटन का उत्सव मनाते हुए एक कार्यक्रम आयोजित किया।
मई 2023 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री की सिंगापुर यात्रा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 29-31 मई 2023 तक सिंगापुर का दौरा किया था। यात्रा के दौरान, उन्होंने सिंगापुर के इन मंत्रियों से मुलाकात की थी:
– सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री, श्री लॉरेंस वोंग
– व्यापार एवं उद्योग मंत्री, श्री गण किम योंग
– वरिष्ठ मंत्री, श्री थर्मन शनमुगरत्नम
– सिंगापुर के विदेश मंत्री डॉ. विवियन बालाकृष्णन
– सिंगापुर के शिक्षा मंत्री, श्री चान चुन सिंग
यात्रा के दौरान निम्नलिखित संस्थानों का दौरा भी किया गया:
– फ्यूचर स्किल्स सिंगापुर
– स्पेक्ट्रा सेकेंडरी स्कूल
– नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी
– इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नीकल यूनिवर्सिटी(आईटीई), सिंगापुर
– सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड डिज़ाइन
भारत-सिंगापुर हैकथॉन
भारत-सिंगापुर हैकथॉन का तीसरा संस्करण जुलाई 2023 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), गांधीनगर में आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम भारत के शिक्षा मंत्रालय के अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू), सिंगापुर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इसमें 600 से अधिक छात्रों, स्टार्ट-अप, निवेशकों, नीति निर्माताओं, कॉरपोरेट्स और शिक्षाविदों ने भाग लिया था।
ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की बैठक
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने 13 जुलाई 2023 को दक्षिण अफ्रीका के म्पुमलांगा प्रांत में 10वीं ब्रिक्स शिक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। बैठक से इतर उन्होंने ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के मंत्रियों से भी मुलाकात की।
स्टडी इन इंडिया पोर्टल
स्टडी इन इंडिया (एसआईआई) पोर्टल 3 अगस्त 2023 को लॉन्च किया गया था। यह एक समर्पित वेबसाइट है जो सर्वश्रेष्ठ भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों (एचईआई) को प्रदर्शित करती है और उन विदेशी छात्रों के लिए प्रवेश और वीज़ा आवेदनों के लिए वन-स्टॉप सॉल्यूशन है जो भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं। पोर्टल के लॉन्च के साथ, अब भारतीय एचईआई में प्रवेश चाहने वाले प्रत्येक अंतर्राष्ट्रीय छात्र के लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 के बाद से प्रत्येक फुल टाइम या शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रम के लिए एसआईआई पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। पोर्टल विदेशी छात्रों को उनके वीज़ा दायित्वों को पूरा करने की सुविधा प्रदान करने के लिए एक सुव्यवस्था प्रदान करता है। जब कोई छात्र पोर्टल पर पंजीकरण करेगा तो एक यूनीक आईडी प्राप्त होगी, और इस आईडी को वीज़ा आवेदनों के साथ लगाना होगा।