भारत रत्न 2014 : पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय

भारत रत्न 2014 : पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी और महामना पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) को भारत रत्न दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

श्री चौहान ने आज नई दिल्ली में कहा कि अटलजी विलक्षण प्रतिभा के धनी और बहु-आयामी व्यक्ति हैं। वह सही मायने में भारत रत्न के हकदार हैं। वह भारत के सच्चे रत्न के साथ ही कुशल प्रशासक, विचारक और देश के सच्चे सपूत हैं। उन्होंने अपनी जिन्दगी देश के लिए समर्पित कर दी। कहने को तो वे मध्यप्रदेश के हैं पर उनको सीमाओं में बाँधना सही नहीं है। वह पूरे देश के सपूत हैं। उन्होंने कहा कि अटलजी बचपन से ही हम लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। बतौर कार्यकर्ता हम लोग उनका भाषण सुनने बचपन से ही दूर-दूर तक जाया करते थे। अटलजी ने छोटे और बड़े कार्यकर्ताओं के बीच कभी भेदभाव नहीं किया।

श्री चौहान ने बताया कि उन्होंने अटलजी को अपने कार्य के दौरान कभी भी परेशान या चिंतित नहीं पाया। वह हमेशा खुशनुमा माहौल में कार्य करने और करवाने में यकीन रखते थे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में उनके प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान भारत को एक नई पहचान मिली। भारत ने पोखरण विस्फोट कर दुनिया में अपना रुतबा कायम किया।

श्री चौहान ने महामना मदनमोहन मालवीयजी को भारत रत्न (मरणोपरांत) दिये जाने पर भी प्रसन्नता जाहिर की। श्री चौहान ने मालवीयजी को एक महान राष्ट्रीय शिक्षाविद और स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये अभूतपूर्व कार्यों की सराहना की। उन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया।

दिनेश मालवीय

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