- July 25, 2015
भारत, म्यांमार और थाईलैंड के परिवहन सचिवों की प्रस्तावित मोटर-वाहन समझौते पर बैठक
बैंकाक में आयोजित बैठक में आईएमटी देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए जिनमें परिवहन सचिव और अन्य परिवहन और कस्टम अधिकारी शामिल थे। इसके अलावा एशियाई विकास बैंक के कर्मचारी और परामर्शदाता भी बैठक में मौजूद थे। बैठक में आईएमटी एमवीए के महत्व और आईएमटी देशों को जोड़ने वाली सड़कों पर यात्री वाहनों, व्यक्तिगत वाहनों और कार्गो वाहनों के बेरोकटोक आवागमन में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार किया गया। इस पहल से दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच सड़क सम्पर्क स्थापित हो सकेगा जिससे दो उपक्षेत्रों के बीच आर्थिक मेल-मिलाप और सहयोग मजबूत होगा तथा उनकी आर्थिक प्रगति और विकास में वृद्धि होगी।
आईएमटी एमवीए के अंतर्गत अन्तिम रूप दिए जाने वाले मसविदे में उपभोक्ताओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों का समाधान करने के लिए परिवहन सचिवों की बैठक से पहले आईएमटी कस्टम उप समूह की 13 जुलाई, 2015 को बैठक हुई जिसमें इस बात सहमति बनी कि उपभोक्ताओं से जुड़े पहचाने गए मुद्दों को मसविदे में शामिल किया जाए। मसविदे के लिए विभिन्न गैर-उपभोक्ता मुद्दों पर भी चर्चा की गई और बैठक में तैयार मूल पत्र के मसौदे पर सहमति बन गई।
बैठक में आईएमटी एमवीए के तहत विषय वस्तु को तेजी से अन्तिम रूप देने के लिए आवश्यक कार्य करने के महत्व पर जोर दिया गया। ये फैसला किया गया नवम्बर-2015 में म्यांमार में तीन देशों के प्रस्तावित परिवहन मंत्रियों की बैठक के दौरान आईएमटी एमवीए पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। समझौते पर हस्ताक्षर और उसके कार्यान्वयन की योजना दिसम्बर-2015 तक बनाई गई है और इसके 2016 में अमल में आने की उम्मीद है जिससे भारत-म्यांमार-थाईलैंड सड़क गलियारे पर कार्गो और यात्रियों के आवागमन का मार्ग खुल सकेगा।