भारत-बांग्लादेश पुलिस प्रमुखों का संवाद

भारत-बांग्लादेश पुलिस प्रमुखों का संवाद

नई दिल्ली — भारत और बांग्लादेश के पुलिस प्रमुखों के बीच पहला प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वर्चुअल संवाद आज एक सकारात्मक और भरोसे के माहौल में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग, पारस्परिक चिंता के मुद्दों और आगे बढ़ने के तरीकों पर विचार-विमर्श करते हुए दोनों देशों के पुलिस बलों के संबंधों को और मजबूत बनाने का फैसला किया गया। एक कदम बढ़ाते हुए, उभरती सुरक्षा और आतंकवाद रोधी चुनौतियों से समयबद्ध और प्रभावी रूप से निपटने तथा प्रतिक्रिया देने के लिए निर्दिष्ट ‘नोडल बिंदुओं’ की स्थापना की जाएगी।

दोनों ही पक्ष वैश्विक आतंकवादी समूहों सहित आतंकी संगठनों के साथ ही भगोड़ों के खिलाफ संयुक्त प्रयासों को बढ़ाने पर सहमत हुए, चाहें वे कहीं भी मौजूद हों और सक्रिय हों। दोनों ही पक्षों ने निर्दिष्ट ‘नोडल बिंदुओं’ के माध्यम से रियल टाइम आधार पर जानकारियों की साझेदारी और फीडबैक देने की जरूरत को दोहराया, वहीं क्षेत्र में सक्रिय विद्रोही समूहों के खिलाई जारी कार्रवाई पर एक दूसरे की सराहना की।

नशीले पदार्थों, जाली भारतीय मुद्रा, हथियार एवं गोला बारूद की तस्करी और मानव तस्करी सहित सीमा पार आपराधिक गतिविधियों को रोक के लिए समन्वय बढ़ाने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई।

वर्तमान कोविड-19 महामारी के चलते लगाई गईं बंदिशों को देखते हुए, बैठक का आयोजन वर्चुअल माध्यम से और छोटे प्रारूप में किया गया था। हालांकि, भविष्य में सभी सुरक्षा चुनौतयों के समाधान के लिए सहयोग बढ़ाने के निष्कर्ष के साथ संवाद के खत्म होने के मद्देनजर दोनों पक्षों ने इस नई उच्च स्तरीय व्यवस्था पर जोर दिया।

दोनों पक्षों से जुड़ी अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्यों के सहयोग से पुलिस प्रमुखों के संस्थान के संवाद से दोनों देशों के पुलिस बलों के बीच मौजूदा सहयोग बढ़ेगा, जिससे बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ पर रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा।

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