- February 1, 2020
भारत पर्व, 2020—लाल किला के प्रांगण में लोक कलाकारों ने मचाई धूम
लाल किला पर बिहार के पारम्परिक लोकनृत्य का जलवा
बिहार के
स्थानिक आयुक्त ने कलाकारों का अभिनन्दन किया
नई दिल्ली——: ऐतिहासिक लाल किला प्रांगण में आयोजित छः-दिवसीय भारत पर्व, 2020 के अन्तिम दिन शुक्रवार को बिहार के लोक कलाकारों ने पारम्परिक लोक नृत्य ‘‘बारह मासा‘‘ पर अपनी नायाब प्रस्तुति से समां बाँध दिया और अपने दिलकश गीतों व संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियों से हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया।
‘‘झिझिया झूमर कजरी‘‘ पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बिहार के लोक कलाकारों द्वारा बिहार के बारह महीने होने वाले प्रमुख तीज-त्योहारों को नृत्य के माध्यम से दिखाया गया।
रोपनी नृत्य, कटनी नृत्य, मकर संक्रान्ति, होली-धमार, चैता-घांटो, जन्माष्टमी, देवी पूजन, गंगा पूजन, छठ गीत, विवाह गीत, पूर्वीगीत की मनमोहक प्रस्तुति की गई। कलाकारों ने ऐसा समां बाँधा कि पूरा प्रांगण भारी करतल ध्वनि से गूंज उठा।
डा0 शिवजी सिंह के नेतृत्व में बृज बिहारी मिश्रा, अनंत कुमार मिश्रा, अरूणराज, मोनू कुमार, दिनेश कुमार, आदित्य कुमार, सोनल कुमारी, वर्षा कुमारी, ममता चैधरी, इशानवी, मनीषा सिंह, विभा शर्मा इत्यादि कलाकारों ने बिहार की कला एवं संस्कृति की अद्वितीय प्रस्तुति दी।
बिहार के स्थानिक आयुक्त श्री विपिन कुमार पूरे कार्यक्रम में उपस्थित रहे एवं कलाकारों का अभिनन्दन तथा उत्साहवर्द्धन किया। उन्होंने कहा कि बिहार कला एवं संस्कृति के क्षेत्र अत्यन्त समृद्ध है। राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे कलाकारों ने नाम कमाया है।
विदित हो कि भारत पर्व, 2020 भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था। इसमें बिहार द्वारा थीम पैविलियन, हैंडिक्राफ्ट पैविलियन एवं फूड स्टाॅल लगाया गया था।
थीम पैविलियन महात्मा गाँधी की 150वीं जयन्ती पर केन्द्रित थी। प्रतिदिन हजारों की संख्या में दर्शकों ने पैवेलियन एवं स्टाॅल का भ्रमण किया तथा बिहार की लोक संस्कृति को करीब से देखा। दर्शकों ने बिहार के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी ली और हैंडिक्राफ्ट, हैंडलूम एवं खानपान का आनन्द उठाया।
संपर्क–
सहायक निदेशक,
बिहार सूचना केन्द्र,
नई दिल्ली।