भारत के संघीय ढांचे को चोट पहुँचाना कतई शोभा नहीं देता है—-श्याम रजक

भारत के संघीय ढांचे को चोट पहुँचाना कतई शोभा नहीं देता है—-श्याम रजक

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व मंत्री सह विधायक श्री श्याम रजक नें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी और सीबीआई के बीच चल रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कहा कि किसी संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा भारत के संधीय ढांचे को चोट पहुँचाना कतई शोभा नहीं देता है। शारदा घोटाला केंद्र में यूपीए सरकार के समय 2013 में उजागर हुई थी। सीबीआई पश्चिम बंगाल सरकार से तबसे ही संबंधित कागजातों की माँग कर रही थी। उसे सहयोग देने के बदले राज्य की सरकारी मशीनरी को केंद्रीय संस्था के खिलाफ दुरपयोग करना एवं उकसाना लोकतंत्र के लिए घातक है।

संवैधानिक सत्ता को नहीं मानने का परिणाम क्या हो सकता है इसका ज्वलंत उदाहरण दक्षिणी अमेरिका के देश ग्वाटेमाला में देखने को मिला है। जहाँ सिविल वार की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।

श्री रजक नें कहा कि लोकतंत्र की सफलता कार्यपालिका, न्यायपालिका,विधायिका के आपसी समन्वय पर टिकी है। एवं इसके चौथी स्तंभ अर्थात मीडिया की भूमिका भी अहम है। मेरा आग्रह होगा कि इसतरह के मतभेद की स्थिति में माननीय सर्वोच्च नयायालय का दिशानिर्देश प्राप्त करना उचित होगा। ना की बिना किसी तथ्य के देश की एक प्रमुख संस्था पर आरोप-प्रत्यारोप करना।

संपर्क —
श्याम रजक (विधायक)
188,फुलवारी विधान सभा
राष्ट्रीय महासचिव , जनता दल यूनाईटेड

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