- November 2, 2016
भारतीय फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए ‘फिल्म प्रोत्साहन कोष’ बनाएगा:- वेंकैया नायडू
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय —————–सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों में भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए एक ‘फिल्म प्रोत्साहन कोष’ बनाने की दिशा में एक नई पहल की है। इस पहल से स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं को विश्व भर में अपनी रचना का प्रचार करने में मदद मिलेगी।
भारत को एक सॉफ्ट पावर के साथ-साथ फिल्मांकन के लिहाज से एक गंतव्य के रूप में पेश करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास अब तक फायदेमंद साबित हुए हैं, क्योंकि इससे फिल्म उद्योग के विभिन्न हलकों से विश्व भर के हितधारकों को भारत में आकर्षित करने में मदद मिली है और इसके साथ ही भारतीय फिल्मों, विशेषज्ञता एवं प्रतिभाओं को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय महोत्सवों में स्वीकार किया जा रहा है।
मंत्री महोदय ने आज यहां ये बातें आईएफएफआई 2016 के पूर्वावलोकन के लिए आयोजित किए गए संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान कहीं। गोवा के उप मुख्यमंत्री श्री फ्रांसीस डिसूजा, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर, कोरिया गणराज्य के राजदूत श्री चो ह्यून और सूचना एवं प्रसारण सचिव श्री अजय मित्तल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
श्री नायडू ने यह भी कहा कि फिल्म प्रोत्साहन कोष से उन फिल्मों के प्रचार संबंधी गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जिनका चयन किसी जाने-माने अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के किसी भी प्रतिस्पर्धा खंड के लिए किया जाएगा अथवा जो विदेशी फिल्म श्रेणी के तहत एकेडमी अवार्ड्स के लिए भारत की आधिकारिक मनोनीत फिल्म होगी। सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञों के एक पैनल की सिफारिशों पर आधारित इस पहल पर अमल के लिए फिल्म समारोह निदेशालय को प्रमुख एजेंसी के रूप में निर्दिष्ट किया गया है।
मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि एक मंच के रूप में आईएफएफआई उन फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहन प्रदान करेगा, जिन्होंने अपनी फिल्मों के जरिये सिनेमा जगत में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस दौरान विविध गाथाओं, कहानियों एवं भावनाओं से परिपूर्ण विश्व भर की अनेकानेक फिल्में दिखाई जाएंगी।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर ने ज्यूरी के सदस्यों का संक्षिप्त विवरण देने के साथ-साथ आईएफएफआई 2016 पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 47वें आईएफएफआई के लिए विशेष फोकस वाला देश कोरिया गणराज्य होगा और इस दौरान कोरियाई सिनेमा जगत की सर्वोत्तम फिल्में दुनिया को दिखाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ‘आईएफएफआई 2016’ के लिए विश्व भर से कुल मिलाकर 1032 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनमें से 88 देशों की 194 फिल्मों का चयन इस दौरान दिखाने के उद्देश्य से किया गया है।
· नई पहल ‘किसी निर्देशक की प्रथम सर्वोत्तम फीचर फिल्म के लिए शताब्दी पुरस्कार’ पर रोशनी डालते हुए कर्नल राठौर ने कहा कि आईएफएफआई के दौरान इस नये प्रतिस्पर्धा खंड के तहत युवा प्रतिभा को सम्मानित किया जाएगा। इस खंड के तहत वर्ष 2016 के दौरान विश्व भर में किसी भी निर्देशक द्वारा पहली बार निर्देशित की गई कुछ उत्कृष्ट फिल्में दिखाई जाएंगी। विजेता को रजत मयूर से सम्मानित किया जाएगा और 10 लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
कोरिया गणराज्य के राजदूत श्री चो ह्यून ने आईएफएफआई 2016 के लिए भागीदार देश का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि आईएफएफआई 2016 से दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक भागीदारी बढ़ेगी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम.वेंकैया नायडू और गोवा के उप मुख्यमंत्री श्री फ्रांसीस डिसूजा के साथ-साथ अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने आईएफएफआई के 47वें संस्करण के लिए आधिकारिक पोस्टर भी जारी किया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा खंड में विश्व भर की 15 फिल्में दिखाई जाएंगी जिनमें भारतीय पैनोरमा खंड से दो भारतीय फिल्में होंगी। ‘अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा’ खंड के तहत सर्वोत्तम फिल्म, सर्वोत्तम निर्देशक, सर्वोत्तम अभिनेता–पुरुष, सर्वोत्तम अभिनेत्री के लिए पुरस्कार के साथ-साथ विशेष ज्यूरी पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे।
पेरिस स्थित फिल्म, टीवी और ऑडियो विजुअल संचार के लिए अंतर्राष्ट्रीय परिषद (आईसीएफटी) और यूनेस्को के साथ गठबंधन करके आईएफएफआई 2016 के दौरान उस फिल्म को ‘आईसीएफटी-यूनेस्को गांधी मेडल’ प्रदान किया जाएगा जो शांति, सहिष्णुता एवं अहिंसा के आदर्शों को प्रतिबिंबित करेगी।
आईएफएफआई के 47वें संस्करण के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कोरियाई लेखक एवं निर्देशक इम क्वोन तेइक (इम क्वा तीक) को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा और 10 लाख रुपये की नकद राशि दी जाएगी।
महोत्सव के दौरान पुरस्कार विजेता एवं ख्याति प्राप्त गायक एस.पी.बालासुब्रमण्यम को ‘वर्ष 2016 की भारतीय फिल्म हस्ती के लिए शताब्दी पुरस्कार’ से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें भारतीय सिनेमा के विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा।
इस वर्ष फिल्म महोत्सव का आगाज अत्यंत उत्कृष्ट फिल्म ‘आफ्टर इमेज’ से होगा, जो जाने-माने लेखक एवं निर्देशक स्वर्गीय एंड्रेज वाज़्दा की एक उत्तम रचना है। यह लोकप्रिय अग्रणी चित्रकार व्लादीस्लाव स्ट्रेजेमिंस्की की जीवनी पर आधारित एक अत्यंत भावुक फिल्म है। आईएफएफआई के 47वें संस्करण का समापन एकेडमी अवार्ड्स के लिए दक्षिण कोरिया की आधिकारिक प्रविष्टि ‘द एज ऑफ शैडोज’ के साथ होगा, जिसका निर्देशन किम जी वून ने किया है।
भारतीय अभिनेता, निर्देशक एवं निर्माता अजय देवगन उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक एस.एस. राजामौली समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
आईएफएफआई 2016 के लिए अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी के अध्यक्ष इवान पासर (चेक गणराज्य, अमेरिका) होंगे, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त लेखक एवं निर्देशक हैं। इस ज्यूरी के सदस्यों में लैरी स्मिथ (ब्रिटेन), लॉर्डन जाफ्रा नोविक (क्रोशिया), नागेश कुकुनूर (भारत) और लीइला किलानी (मोरक्को) शामिल हैं। नागेश कुकुनूर भारत के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त फिल्मकार हैं।
आईएफएफआई के 47वें संस्करण के दौरान सुगम्य भारत अभियान के तहत विशेष ऑडियो वर्णित प्रौद्योगिकी के साथ दिव्यांग बच्चों के लिए तीन फिल्में दिखाई जाएंगी। यूनेस्को और ‘सक्षम’ के सहयोग से ये फिल्में दिखाई जाएंगी।
सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित होकर आईएफएफआई 2016 के दौरान पुरस्कार विजेता ऐसी 20 लघु फिल्मों का एक विशेष पैकेज दिखाया जाएगा, जो स्वच्छ भारत थीम पर आधारित हैं। इन 20 फिल्मों का चयन 4,346 प्रविष्टियों से किया गया है और इन्हें राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा 2 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित ‘स्वच्छ भारत फिल्म महोत्सव’ में पुरस्कृत किया गया था।
भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के 47वें संस्करण का शुभारंभ 20 नवंबर 2016 को गोवा में होगा, जबकि इसका समापन 28 नवंबर 2016 को होगा।