भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार- इंडियन कार ऑफ द ईयर

भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार- इंडियन कार ऑफ द ईयर

मुम्बई–(अभिषेक वर्मा)—–: भारत के अग्रणी टायर निर्माता और रेडियल टेक्नोलॉजी में अग्रणी जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार एवं सम्मान दिए- 17वां इंडियन कार ऑफ द ईयर ICOTY, 15वां इंडियन मोटरसाइकल ऑफ द ईयर IMOTY, चौथा प्रीमियम कार अवॉर्ड बाय ICOTY तथा दूसरा ग्रीन कार अवॉर्ड बाय ICOTY । ऑटो जगत के सर्वोच्च मानकों को प्रदर्शित करने वाले इस प्रख्यात पुरस्कार समारोह का आयोजन उद्योग जगत के दूरदृष्टाओं, सर्वोच्च स्तर के अधिकारियों एवं ऑटो जगत से जुड़े गणमान्य दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ।

देश भर में लोकप्रिय हो चुकी महिन्द्रा एक्सयूवी 700 को ‘इंडियन कार ऑफ द ईयर 2022’ से सम्मानित किया गया, वहीं टीवीएस रेडर, जो मोटरसाइकल प्रेमियों की पसंदीदा बाईक बन चुकी है, को ‘इंडियन मोटरसाइकल ऑफ द ईयर 2022’ से सम्मानित किया गया। ICOTY प्लेटफॉर्म पर ICOTY द्वारा आयोजित प्रीमियम कार अवार्ड 2022 अपने चौथे वर्ष में है, मर्सीडीज़ बेंज़ एस-क्लास को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा ऑडी ई-ट्रॉन को ‘ग्रीन कार अवॉर्ड 2022 बाय ICOTY ’ से सम्मानित किया गया। परिवहन के भविष्य की दिशा में निर्माताओं के योगदान को सम्मानित करने के लिए इस पुरस्कार की शुरूआत 2021 में हुई थी।

प्रख्यात जूरी सदस्यों और दिग्गजों की अध्यक्षता में प्रतिस्पर्धियों के उपभोक्ता उन्मुख मानकों जैसे ईंधन-दक्षता, सुरक्षा, वैल्यू फॉर मनी, आराम, स्टाइल, कीमत, परफोर्मेन्स, व्यवहारिकता, तकनीकी इनोवेशन और स्थायित्व आदि का मूल्यांकन किया गया।

डॉ रघुपति सिंघानिया, चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने विजेताओं को पुरस्कार दिए। इस अवसर पर श्री योगेन्द्र प्रताप, चेयरमैन ICOTY 2022, श्री अस्पी भथेना, चेयरमैन, IMOTY 2022 तथा जूरी के सदस्य भी मौजूद थे।

इस अवसर पर डॉ रघुपति सिंघानिया, चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, जेके टायर एण्ड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply