- May 11, 2017
भामाशाह रोजगार सृजन योजना– 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान पर 10 लाख तक का ऋण
जयपुर———- राज्य में स्वरोजगार को बढ़ावा देने व युवा उद्यमियों को वित्तीय सहयोग के लिए भामाशाह रोजगार सृजन योजना के क्रियान्वयन में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में युवाओें को 10 लाख रु. तक का ऋण 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा।
उद्योग आयुक्त व सचिव सीएसआर श्री कुुंजीलाल मीणा आज उद्योग भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भामाशाह रोजगार सृजन योजना युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का राज्य सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम से पंजीकृत बेराजगारों, महिलाओं, अनुसूचित जाति व जनजाति और विशेष योग्यजनोें को स्वरोजगार के आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकेंगे।
श्री मीणा ने पर्यटन से हस्तशिल्प को जोड़ते हुए पर्यटकों की अधिक आवक वाले स्थानों के पास के हस्तशिल्प क्षेत्रों को चिन्हित कर विकसित करने के निर्देश दिए ताकि हस्तशिल्प का संरक्षण, पोषण, प्रोत्साहन के साथ ही हस्तशिल्पियों को बाजार उपलब्ध हो सके।
श्री मीणा ने मुख्यमंत्री घोषणाएं, सुराज संकल्प यात्रा के बिन्दुओं, मेनिफेस्टों और बजट घोषणाओं की क्रियान्विति की विस्तार से समीक्षा की और समयवद्ध कैलेण्डर बनाकर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में एमएसएमई से लेकर बड़े उद्योगों व औद्योगिक विकास में फेसेलिटर व सहयोगी की भूमिका निभाई जाएगी ताकि बेहतर औद्योगिक वातावरण बन सके।
बैठक में संयुक्त निदेशक श्री संजीव सक्सैना व पीआर शर्मा ने सीएसआर गतिविधियों व श्री सीएल वर्मा ने विभागीय गतिविधियों, बजट घोषणाओं, सीएमआईएस प्रगति की पावर पाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।
अतिरिक्त निदेशक श्री डीसी गुप्ता, एलसी जैन, पीके जैन, वित्तीय सलाहकार अशोक प्रधान, वरिष्ठ अधिकारियों में अविन्द्र लड़ढा, एसएस शाह, एसएल पालीवाल, धमेन्द्र पूनिया, रविश कुमार, चिंरजी लाल, निधी शर्मा आदि ने संबंधित गतिविधियों, योजनाओं व प्रगति की जानकारी दी। बैठक मेें विभाग के अधिकारी उपस्थिति थे।
29 मई को जिला उद्योग अधिकारियों की समीक्षा बैठक
उद्योग आयुक्त श्री कुंजी लाल मीणा 29 मई को जयपुर में सभी जिला उद्योग केन्द्रों के महाप्रबंधकों की बैठक लेंगे। बैठक मेें जिला स्तर की गतिविधियों, योजनाओं के क्रियान्वयन व उपलब्धियों और संभावनाओं पर चर्चा व समीक्षा की जाएगी।