- March 7, 2017
बढ़ते प्रदूषण और घटती वर्षा के कारण जलवायु — रमेश गोयल
पिछले अनेक वर्षों से बढ़ते प्रदूषण और घटती वर्षा के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है जिसके कारण वैश्विक स्तर पर तापमान बढ़ रहा है। पर्यावरणविद् एवं जल स्टार रमेंश गोयल ने इस पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि दिसम्बर 2015 में फ्रांस में इसी बढ़ते तापमान पर नियन्त्रण हेतु अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था और सभी देशों ने उर्जा खपत को कम करने व सौर उर्जा का प्रयोग बढ़ाने का संकल्प किया था।
कछुवे की चाल से इस पर कार्य हो भी रहा है। फरवरी 2017 में अप्रैल जैसा तापमान महसूस होने का कारण है कि गत अनेक वर्षों बाद फरवरी इतनी सूखी रही है यानि वर्षा बहुत कम हुई है। मौसम विभाग की इस वर्ष मानसून कम होने की भविष्यवाणी को ध्यान में रखते हुए भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय प्रभारी पर्यावरण एवं जल संरक्षण श्री गोयल ने जनता से जल संरक्षण के लिए अपील की है क्योंकि आगामी वर्षा ऋतु में भी वर्षा सामान्य से कम रहने के कारण जल समस्या और बढ़ने की सम्भावना रहेगी, इसलिए पानी बर्बाद न करें और आवश्यकतानुसार ही प्रयोग करें।
उन्होंने कहा है कि कम वर्षा के कारण नदियों में आवश्यकतानुसार जल उपलब्ध नहीं होता जिसके कारण भूजल दोहन बढ़ता है और इसी कारण भूजल स्तर गिरता जा रहा है। उन्होंने सरकार से भी अपील की है कि भूजल रिचार्ज सिस्टम, वाटर हारवैस्टिंग तथा वाटर रिट्रीटमैंट को प्रोत्साहित करें।
संपर्क:-
मो0 :- 09416049757
20 आरएसडी कॉलोनी , सिरसा -125055 (हरियाणा )
बीएम -19(वे), शालीमारबाग , देल्ही -88.