बैंकर्स समिति की 69वीं त्रैमासिक समीक्षात्मक बैठक

बैंकर्स समिति की 69वीं त्रैमासिक समीक्षात्मक बैठक

पटना ———- होटल मौर्या में आयोजित राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 69वीं त्रैमासिक समीक्षात्मक बैठक में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जीए उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, उद्योग मंत्री श्री श्याम रजक सहित अन्य मंत्रीगण उपस्थित हुए।

उद्योग मंत्री श्री श्याम रजक नें कहा कि बिहार के तमाम बैंकों में बिहारवासियों का लगभग 3 लाख करोड़ रुपया जमा है। वहीं क्रेडिट मात्र 1लाख 20 हजार करोड़ रुपया है। जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों के अनुसार सीडी रेसीओ कम से कम 60 प्रतिशत होना चाहिए जबकि बिहार का सीडी रेसीओ 40 प्रतिशत से भी कम है। जबकि महाराष्ट्र,चंडीगढ़ गुजरात दिल्ली तमिलनाडु में सीडी रेसीओ लगभग 100 प्रतिशत या कहीं कहीं उससे भी अधिक है।

बिहार के पैसों से महाराष्ट्र का विकास होए गुजरात का विकास होए सिर्फ वहां से उद्यमियों को ही लोन मिले ऐसा नहीं होगा। इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाए।

श्री रजक नें कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत 4604 स्वीकृत आवेदन अभीतक बैंकों के स्तर पर वितरण के लिए लंबित है।

आखिर इतना बड़ा गैप क्यों ?

प्रधानमंत्री बुनकर मुद्रा योजना ;2018.19द्ध के अंतर्गत बिहार के विभिन्न जिला उद्योग केंद्रों के द्वारा 184 आवेदनों की अनुशंसा कर बैंकों को भेजा गया था। जिसमें सिर्फ 4 बुनकरों को ही बैंकों द्वारा मुद्रा कार्ड स्वीकृति किया गया आखिर ऐसा क्यों।

अगर बैंकों का ऐसा रवैया रहा तो सरकार द्वारा राज्य के बुनकरों के विकास हेतु बनाई गई यह योजना कैसे सफल हो पाएगी।

उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा वित्तीय वर्ष के अंतिम तिमाही में उद्यमियों का ऋण स्वीकृत किया जाता हैए जिससे उद्यमियों को समय पर ऋण नहीं मिल पाता।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी का यह संकल्प है कि बिहार के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर देकर आगे बढ़ाया जा सके। इसके लिए बैंको को भी अपनी जिम्मेवारी समझने की जरूरत है। अगर सरकारी योजनाओं के तहत बैंक ऋण देने में कोताही बरतेगी तो सरकार का यह संकल्प पूरा नहीं हो सकता।

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