- March 31, 2016
बेल्जियम :130,000 सैनिकों ने आप के देश की जनता के साथ युद्ध में भाग लिया ::9 हजार से अधिक सैनिकों का बलिदान:- प्रधानमंत्री
पेसूका —–(प्रधानमंत्री कार्यालय)————- महामहिम प्रधानमंत्री, मैं कहना चाहूंगा कि पिछले आठ दिनों में बेल्जियम की जनता के दुख को हम गहराई से साझा करते हैं।
ब्रुसेल्स में हुए आंतकी हमले में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। अनेक अवसरों पर आतंकी हिंसा के हमारे अनुभव के कारण आप के दुख को साझा करते हैं।
महामहिम प्रधानमंत्री, संकट की इस घड़ी में भारत एकजुटता के साथ बेल्जियम की जनता के समर्थन में खड़ा है।
हमारे दोनों देशों की मित्रता इतिहास का बहुत लंबा है।
सौ वर्ष पहले प्रथम विश्व युद्ध में भारत के 130,000 सैनिकों ने आप के देश की जनता के साथ युद्ध में भाग लिया था।
9 हजार से अधिक भारतीय सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान दिए।
अगले वर्ष हम भारत-बेल्जियम राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाएंगे। हमारी मित्रता में इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को उत्सव के रूप में मनाने के लिए हम अगले वर्ष अधिराज फिलीप की भारत यात्रा की आशा करते हैं। इस उत्सव को हम एक-दूसरे देशों में संयुक्त कार्यक्रमों के माध्यम से भी मनाएंगे।
आज मैंने प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल के साथ अपने संबंधों के सभी पहलुओं पर बातचीत की। द्विपक्षीय विदेश नीति विमर्श प्रणाली हमारे साझेदारी को ऊंचा उठाने में ठोस कदम उठाने की सिफारिश करेगी।
हमारे देश के व्यापक आर्थिक बुनियादी तत्व अत्यंत मजबूत हैं और 7 फीसदी से भी ज्यादा की आर्थिक विकास दर के साथ हम दुनिया की सर्वाधिक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं।
बेल्जियम की क्षमताओं और भारत के आर्थिक विकास का संयोजन दोनों ही पक्षों के कारोबारियों के लिए आशाजनक अवसर पैदा कर सकता है।
मैं बेल्जियम की सरकार और कंपनियों को डिजिटल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और स्किल इंडिया समेत भारत की महत्वाकांक्षी विकास परियोजनाओं से पूरी सक्रियता के साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं।
बेल्जियम के उद्योगपति भारत में निर्माण करके अपनी वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं को और ज्यादा किफायती बना सकते हैं।
रेलवे एवं बंदरगाहों के आधुनिकीकरण और 100 से भी ज्यादा स्मार्ट सिटी बनाने संबंधी भारत का लक्ष्य भी बेल्जियम की कंपनियों के लिए अनूठा निवेश अवसर पेश करता है।
मैंने प्रधानमंत्री मिशेल को बेल्जियम के उद्योगपतियों के साथ भारत आने का न्योता दिया है, ताकि वे भारत के आर्थिक एवं राजनीतिक वादे की सच्चाई से रूबरू हो सकें।
जलवायु परिवर्तन मानवता के समक्ष एक सबसे बड़ी चुनौती है। प्रधानमंत्री और मैंने नवीकरणीय ऊर्जा में आपसी सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जताई है।
हम ऊर्जा के लिए कचरे के दोहन, छोटे पवन टर्बाइनों एवं शून्य उर्त्सजन वाली इमारतों जैसे क्षेत्रों में भी अपनी भागीदारियों को और मजबूत करेंगे। हम इन क्षेत्रों में बेल्जियम के सहयोग का स्वागत करते हैं।
प्रधानमंत्री मिशेल और मैंने अभी कुछ ही समय पहले अत्यंत दूर से भारत के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलीस्कोप को सक्रिय किया है।
भारत-बेल्जियम सहयोग का यह उत्पाद इस तथ्य का एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि हमारी भागीदारी क्या-क्या हासिल कर सकती है।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, श्रव्य–दृश्य (ऑडियो-विजुअल) उत्पादन, पर्यटन, जैव प्रौद्योगिकी और शिपिंग एवं बंदरगाहों के क्षेत्रों में अन्य समझौतों पर भी कार्य जारी है।
यूरोपीय संघ के नेताओं से 13वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के लिए मुलाकात ।
भारत के लिए, यूरोपीय संघ हमारे मजबूत रणनीतिक भागीदारों में से एक है।
मुझे लगता है कि भारत और यूरोपीय संघ के व्यापार और निवेश समझौते के प्रति प्रगतिशील मार्ग और रचनात्मक मानसिकता, बेल्जियम सहित सभी यूरोपीय देशों को भारत की सुदृढ़ आर्थिक वृद्धि से लाभांवित होने में सक्षम बना सकती है।